पटना: बिहार की राजनीति में बगावत और अनुशासनहीनता पर अब RJD सुप्रीमो तेजस्वी यादव ने सख्त रुख अपना लिया है। दो दिन पहले रितु जायसवाल सहित 27 नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने के बाद, अब तेजस्वी ने 10 और नेताओं को निष्कासित कर दिया है। इन सभी पर पार्टी के निर्णय का विरोध करने और अनुशासन तोड़ने का आरोप है। बताया जा रहा है कि इनमें कई नेता टिकट नहीं मिलने के बाद बागी रुख अपनाए हुए थे।
निष्कासित नेताओं की सूची में डेहरी के विधायक फतेह बहादुर सिंह और राजद के प्रदेश उपाध्यक्ष सतीश कुमार जैसे बड़े नाम शामिल हैं। फतेह बहादुर सिंह पिछले कुछ समय से हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ विवादित बयान देकर सुर्खियों में रहे हैं। पार्टी ने उनके लगातार असंवेदनशील बयानों पर नाराजगी जताई थी, जिसके बाद उन्हें बाहर करने का फैसला लिया गया। बताया गया कि तेजस्वी यादव ने साफ संदेश दिया है कि पार्टी किसी भी नेता के धार्मिक अपमान या अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं करेगी।
इसके अलावा कांटी के पूर्व विधायक मोहम्मद गुलाम जिलानी वारसी, गोपालगंज के पूर्व विधायक मोहम्मद रियाजुल हक राजू और प्रदेश महासचिव अमोद कुमार मंडल को भी पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है। तेजस्वी यादव की इस कार्रवाई के बाद RJD में हलचल तेज हो गई है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि तेजस्वी ने यह कदम पार्टी की छवि सुधारने और अनुशासन कायम करने के लिए उठाया है।

