Patna: पूर्व सांसद और जनता दल यूनाइटेड के कद्दावर नेता मीना सिंह ने शुक्रवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपने इस्तीफे की वजह महा गठबंधन सरकार में नीतीश कुमार के द्वारा राजद नेता तेजस्वी प्रसाद यादव को आगे बढ़ाने और भविष्य के मुख्यमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट करने को बताया है। उन्होंने पटना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा की मैंने बिहार के आम – अवाम की भावनाओं का सम्मान करते हुए आज #जेडीयू की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है । पटना में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा -आप सभी को बताना चाहती हूं, आज मैं जेडीयू से इस्तीफे का एलान कर रही हूं । साथियों, सच ये है कि नीतीश कुमार जी से मैं कभी जुदा नहीं होना चाहती थी, लेकिन जिस तरीके से जंगल राज के युवराज को अपने उत्तराधिकारी की घोषणा कर दी है, बिहार की जनता डर गई है, आम – अवाम को पुराने दौर की वापसी दिख रही है, ऐसे में जेडीयू के साथ मेरा रहना अब मुमकिन नहीं ।
उन्होंने कहा कि आप सभी जानते हैं, मेरे पति अजीत कुमार सिंह जी कांग्रेस में थे । लेकिन बिहार को जंगल राज से मुक्त कराने की लड़ाई में वे नीतीश कुमार जी के साथ आए । फिर बिहार को आतंक राज से मुक्ति मिली । इसके बाद आप सभी को पता है कि मेरे सांसद पति की असामयिक मौत एक सड़क दुर्घटना में हो गई थी । आगे, नीतीश कुमार जी ने बिहार की जनता की सेवा करने का मौका मुझे दिया । हमने पूरी निष्ठा के साथ जेडीयू की हर लड़ाई में अपनी सहभागिता निभाई ।
उन्होंने कहा कि आपको बताऊं, 2014 में भी नीतीश कुमार के साथ रही मैं, जबकि बहुत सारे लोग उनका साथ छोड़ कर चले गए । और आगे के किसी चुनाव में उन्हें मेरी याद भले न आई हो, लेकिन जेडीयू को हमने कभी नहीं भुलाया । मुझे याद है कि 2015 में भी बिहार में महागठबंधन बना था, लेकिन तब आम – अवाम को इसलिए चिंता नहीं हुई थी, क्योंकि पूरी मजबूती से नेतृत्व नीतीश कुमार जी के पास ही था । जब भ्रष्टाचार के छींटे सहयोगी दल के नेता पर पड़े थे, तो बिना देर किए नीतीश कुमार जी ने नाता तोड़ लिया था ।पर, आप सभी जानते हैं, आज की स्थिति दूसरी और बहुत ही भयावह है । जब से बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी है, पूरे बिहार में अपराधी तांडव कर रहे हैं । हर प्रकार के अपराध की घटनाएं बढ़ी हैं, ऐसा लग रहा है कि 2005 के पूर्व की तरह खास लोगों के खिलाफ पुलिस को कार्रवाई करने से रोक दिया गया है । जनता परेशान है, जंगल राज रिटर्न साफ – साफ दिख रहा है, लेकिन नीतीश कुमार जी को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है ।
मेरे साथ – साथ पूरे बिहार के लिए सबसे दुखद पल तो वो रहा, जब नीतीश कुमार जी ने तेजस्वी यादव जी को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया । इसके बाद तो मैं विचलित हो गई । मेरे लोग कहने लगे, अब जेडीयू में क्या बचा है ।

