मोतिहारी। पूर्वी चंपारण पुलिस अपनी पीपुल-फ्रेंडली छवि को और बेहतर बना रही है, और अब तक की सबसे बेहतर पुलिसिंग के साथ मानवता का एक बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत कर रही है। मोतिहारी के अरेराज एसडीपीओ रंजन कुमार ने हाल ही में एक सड़क दुर्घटना में घायल परिजनों को न सिर्फ सड़क से उठाकर अस्पताल तक पहुंचाया, बल्कि एक महीने के बच्चे को अपनी गोदी में लेकर अस्पताल में भर्ती भी कराया, जिससे उन्होंने मानवता का उच्चतम स्तर दिखाया।
घटना के अनुसार, एक माह के बच्चे के साथ मोतिहारी के अरेराज दामोदरपुर निवासी जयप्रकाश शुक्ला, उनकी पत्नी अमरीता देवी और छोटी पुत्री कार से घर लौट रहे थे। इसी दौरान पशुरामपुर चौक के पास एक गाड़ी के चकमा देने के कारण उनकी कार असंतुलित होकर पेड़ से टकरा गई। इस हादसे में सभी कार सवार गंभीर रूप से घायल हो गए।
जब एसडीपीओ रंजन कुमार मोतिहारी से लौट रहे थे, तो उन्होंने सड़क किनारे कार में घायलों को देखा, जो बेहद परेशान थे और मदद की गुहार कर रहे थे। बिना किसी हिचकिचाहट के एसडीपीओ ने अपनी गाड़ी रोकी और घायल परिवार को कार से बाहर निकालकर अपनी गाड़ी में बैठाया। इसके बाद उन्होंने एक भाड़े की गाड़ी का इंतजाम किया और घायलों को लेकर तुरंत बोरिंग चौक स्थित एबी हॉस्पिटल पहुंचे।
यहां तक कि रंजन कुमार ने एक माह के बच्चे को गोदी में लेकर उसे अस्पताल में भर्ती भी कराया। अस्पताल पहुंचने के बाद एसडीपीओ ने खुद आईसीयू से लेकर ऑपरेशन थिएटर तक में मरीजों का इलाज सुनिश्चित किया। जब डॉक्टरों ने पुष्टि की कि सभी घायल अब खतरे से बाहर हैं, तब उन्होंने राहत की सांस ली और अस्पताल से निकल गए। फिलहाल, सभी घायलों का इलाज जारी है और उनकी हालत में सुधार हो रहा है।
स्थानीय लोगों की सराहना
इस पूरी घटना के बाद स्थानीय लोग एसडीपीओ रंजन कुमार की मानवता की खूब सराहना कर रहे हैं। उनका कहना है कि एसडीपीओ ने न सिर्फ पुलिस के कर्तव्यों का पालन किया, बल्कि एक इंसानियत का भी उदाहरण पेश किया। यह घटना यह भी साबित करती है कि अगर पुलिस संवेदनशील और लोगों के प्रति सहानुभूति दिखाए तो अपराध नियंत्रण में भी मदद मिलती है।
बेहतर पुलिसिंग की दिशा में मोतिहारी की सफलता
मोतिहारी पुलिस के बेहतर काम को लेकर जिला पुलिस कप्तान स्वर्ण प्रभात ने भी सभी पुलिसकर्मियों को संवेदनशील होने की सीख दी है। उन्होंने पुलिस कर्मियों को निर्देशित किया है कि वे जनता के साथ अच्छे संबंध बनाएं और उनके साथ कड़ी मेहनत से व्यवहार करें, ताकि एक सुरक्षित और समृद्ध समाज की रचना हो सके। मोतिहारी में पुलिस की यह बदलती छवि अब लोगों के बीच भी चर्चा का विषय बन चुकी है और सोशल मीडिया पर पुलिस की इस मानवतावादी पहल को खूब सराहा जा रहा है।
प्रशंसा और सम्मान
पुलिस मुख्यालय ने पहले ही यह निर्देश जारी किया है कि जो पुलिसकर्मी बेहतर काम करेंगे, उन्हें विभाग की ओर से सम्मानित किया जाएगा। मोतिहारी में एसडीपीओ रंजन कुमार के द्वारा प्रदर्शित की गई मानवता और संवेदनशीलता की तस्वीर को भी सोशल मीडिया पर जमकर प्रशंसा मिल रही है। लोग यह मानते हैं कि यदि पुलिस आम लोगों के साथ बेहतर संबंध बनाएगी तो वह न केवल समाज में विश्वास पैदा करेगी, बल्कि अपराध की समस्या से भी जूझने में मदद करेगी।इस प्रकार, मोतिहारी में पुलिस की बेहतर कार्यशैली और मानवता का यह उदाहरण भविष्य में पुलिसिंग के लिए एक आदर्श साबित हो सकता है।

