बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के टिकट बंटवारे के बाद राजनीतिक तोड़-फोड़ तेज हो गई है। शनिवार को भाजपा के बिहार प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान दरभंगा पहुंचे और एक बैठक के बाद वीआईपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बद्री पूर्वे समेत 50 नेताओं और समर्थकों को भाजपा में शामिल कराया। यह कदम भाजपा की स्थिति को खासकर दरभंगा और आसपास के इलाकों में और मजबूत कर सकता है।
बद्री पूर्वे ने सदस्यता ग्रहण के बाद वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी पर तंज कसते हुए कहा कि पहले वे कह सकते थे कि विधानसभा चुनाव न लड़ें, लेकिन वक्त आने पर उनका टिकट काट दिया गया। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में मौका देने की बातें केवल दिखावा थीं। कथनी और करनी में फर्क होने के कारण उन्होंने पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थामा।
मुकेश सहनी के डिप्टी सीएम बनने के सवाल पर बद्री पूर्वे ने चुटकी लेते हुए कहा, “पहले उनका विधायक चुनाव जीतना जरूरी है, तभी डिप्टी सीएम बनने की सोच हो सकती है। वे केवल ख्वाब देखते हैं।” भाजपा ने इस अवसर का फायदा उठाते हुए अपनी साख बढ़ाने की कोशिश तेज कर दी है और आगामी चुनावों में इसका राजनीतिक लाभ मिलने की संभावना जताई जा रही है।

