दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों को लेकर राबड़ी का नीतीश सरकार पर हमला, बोलीं- क्या ड़बल इंजनधारी बिहार सरकार और बिहार NDA के 50 सांसद इतने नकारा, निकम्मे और निर्लज्ज है जो भूखे ग़रीब बिहारवासियों को अपने प्रदेश नहीं बुला सकते? जब वो ऐसा कर सकते है तो ये क्यों नहीं? इस तर्कसंगत सवाल का जवाब तो देना होगा? क्या बिहार ही सब भुगतेगा और झेलेगा?
पटना:प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के विभिन्न इलाक़ों में लॉक डाउन के बाद भी रह रहे तीर्थ यात्रियों को 14 अप्रैल को लॉक डाउन के दौरान वापस उनके शहर भेजे जाने की खबर जैसे ही अखबारों में आई वैसे ही विपक्ष सत्तारूढ़ पार्टी पर हमलावर हो गया है।इस सिलसिले में बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने बिहार सरकार पर हमला बोला है।राबड़ी देवी ने कहा कि एक BJP सांसद की पहल पर दक्षिण भारत के हज़ारों लोगों को 25 बसों में सोशल डिस्टेसिंग के नियमों का उल्लघंन कर ठसाठस भरकर वाराणसी से महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश भेजा गया।क्या इस देश में दो क़ानून है? गुजरात की भाजपा सरकार लॉकडाउन के बीच उत्तराखंड में फँसे हज़ारों गुजरातियों को आरामदायक बसों में बैठाकर गुजरात ले जा सकती है। यूपी सरकार अपने नागरिकों के लिए दिल्ली से 200 बसों का प्रबंध कर सकती है। तो क्या ड़बल इंजनधारी बिहार सरकार और बिहार NDA के 50 सांसद इतने नकारा, निकम्मे और निर्लज्ज है जो भूखे ग़रीब बिहारवासियों को अपने प्रदेश नहीं बुला सकते? जब वो ऐसा कर सकते है तो ये क्यों नहीं? इस तर्कसंगत सवाल का जवाब तो देना होगा? क्या बिहार ही सब भुगतेगा और झेलेगा?मालूम हो कि कोरोना वायरस के प्रसार पर रोक के लिए देशव्यापी बंद के कारण उत्तराखंड में फंसे गुजरात के 1,800 लोगों को 28 बसों में अहमदाबाद वापस लाया गया था। मुख्यमंत्री के सचिव अश्विनी कुमार ने कहा था, ‘गुजरात के विभिन्न जिलों के लगभग 1,800 लोग बंद के कारण उत्तराखंड के हरिद्वार में फंसे हुए थे। केंद्रीय मंत्रियों अमित शाह और मनसुखभाई मंडाविया और मुख्यमंत्री विजय रूपानी के प्रयासों की बदौलत उन्हें 28 बसों में वापस लाया जा रहा है।’ बिहार में आरजेडी इसी घटना को आधार बनाकर नीतीश की अगुवाई वाली एनडीए सरकार पर हमले कर रही है।