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मोहम्मद मूर्तज़ा को पंकज कुमार ने ब्लड देकर पेश की गंगा जमुनी तहज़ीब की मिसाल

चंदवारा,बीन्देश्वरी कम्पाउण्ड के रहने वाले और मुज़फफ़रपुर के कॉमर्स के जाने माने शिक्षक श्री पंकज कुमार उर्फ पी के चौधरी कमोंबेश दो दशकों से ज़्यादा समय से शिक्षा की ज्योति से समाज को रौशन कर रहे हैं ।

 

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मुज़फ़्फ़रपुर:चन्द एक साम्प्रदायिक व्यक्तियों,घृणा को बढ़ावा देने वाले कुछ एक खुराफाती मीडिया और सोशल मीडिया पर साम्प्रदायिक ज़हर घोलने वाले मुठ्ठी भर लोगों के अरमानों पर पानी फेरते हुए भारत मे आज भी ऐसी ऐसी मिसालें देखने को मिलती हैं कि दिल खुश हो जाता है।ऐसी ही एक मिसाल आज मुज़फ़्फ़रपुर में देखने को मिली जब अप्लास्टिक अनेमिआ के मरीज़ मोहम्मद मूर्तज़ा को पंकज कुमार नामी शख़्स ने अपना खून दान दिया।इस सिलसिले में मुज़फ़्फ़रपुर की स्थानीय समाजी संस्था UnNoticed के इम्तियाज़ ने पूरी कहानी साझा करते हुए कहा कि आज दिनांक 23 मई को जब पुनःअप्लास्टिक अनेमिआ के मरीज़ मोहम्मद मूर्तज़ा भाई को B+ ब्लड की ज़रूरत हुई और मेरे पास कॉल और कई मैसेज आएं तो मैंने फेसबूक पोस्ट लिखा, उसके बाद कई कॉल आए और लोगों ने ब्लड डोनेट करने की इच्छा ज़ाहिर की. ये वही मरीज़ है जिनको UnNoticed के ब्लड डोनेशन ड्राइव के ज़रिए 20 अप्रैल को भी ब्लड डोनेट किया गया था।

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15 दिनों पहले की बात है, मैं बांके शाह चौक किसी काम से गया था।रात के करीब 9 बज रहे थे.। तभी वहां से दो लोग गुज़रे, मैंने प्रणाम किया तो वो रुके और बातें होने लगी. फिर उन्होने UnNoticed के कैम्पेन की तारीफ के साथ साथ खुद भी ब्लड डोनेट करने की इच्छा ज़ाहिर करते हुए कहा कि इम्तियाज़ भाई मुझे भी सेवा का मौका दीजिए, मुझे भी ले चलिए ब्लड डोनेट करवाने, साथ ही साथ आप अपने दूसरे सामाजिक गतिविधियों में मुझे शामिल कर सकते हैं. ऐसा सुन मैं अंदर से बहुत ऊर्जावान हुआ और एक अजीब सी शक्ति का संचार हुआ. आज जब B+ ब्लड की ज़रूरत हुई तो मैंने उनको कॉल किया और ब्लड डोनेट करने की बात कही तो बिना देर किए तैयार होगए.मैं जिनकी बात कर रहा हूं ये चंदवारा,बीन्देश्वरी कम्पाउण्ड के रहने वाले और मुज़फफ़रपुर के कॉमर्स के जाने माने शिक्षक श्री पंकज कुमार सर हैं जो पी के चौधरी के नाम से विख्यात हैं, और कमोंबेश दो दशकों से ज़्यादा समय से शिक्षा की ज्योति से समाज को रौशन कर रहे हैं.ऐसे वक्त में जब लॉकडाउन की वजह से चारो तरफ हाहाकार मचा हुआ है, आप का ये कदम हमारी गंगा जमुनी तहज़ीब और एकता का मिसाल पेश करता है, साथ में वैसे लोगों को आईना भी दिखाता है जो हमें साथ देखना पसंद नहीं करते, पर हम अपने चट्टानी एकता और भाईचारे से उन सभी को बौना साबित करते रहेंगे. आप हम सभी के लिए एक मोटिवेशन हैं सर, एक ज़िम्मेदार शिक्षक के तौर पर और एक ज़िम्मेदार सामाजिक प्राणी के तौर पर हमारी एकता ज़िन्दाबाद,गंगा जमुनी तहज़ीब ज़िन्दाबाद।बताते चलें की UnNoticed का ये सामाजिक कार्य निरंतर जारी है जिसमें इम्तियाज़ के साथ कई युवा अपनी भागीदारी निभा रहे हैं।

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