श्रीवत्स पुरुषोत्तम ने बताया कि पिछले दो माह से पूरा बिहार कोरोना महामारी से जूझ रहा है, लोगों का रोजगार छिन गए हैं, जीविका के सारे साधन ठप पड़ गए हैं, हजारों की संख्या में लोग बेघर हो गए हैं। और यही नहीं लाखों की संख्या में लोगों को भुखमरी का शिकार होना पड़ रहा है। उसके बावजूद प्रदेश की सरकार का प्रदेश की जनता पर कोई ध्यान नही है।
पटना: आम आदमी पार्टी के प्रदेश सचिव श्रीवत्स पुरुषोत्तम ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर मांग किया है कि कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लगाए गाए लॉकडाउन से लोगों का व्यपार ठप पड़ा है उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। वहीं, केंद्र सरकार ने बिहार के बिजली कंपनियों को बेलआउट पैकेज दिया है जिसका सीधा लाभ बिहार के बिजली उपभोक्ताओं को मिलना चाहिए और तीन महीने का बिजली बिल माफ करने का मांग किया है।श्रीवत्स पुरुषोत्तम ने बताया कि पिछले दो माह से पूरा बिहार कोरोना महामारी से जूझ रहा है, लोगों का रोजगार छिन गए हैं, जीविका के सारे साधन ठप पड़ गए हैं, हजारों की संख्या में लोग बेघर हो गए हैं। और यही नहीं लाखों की संख्या में लोगों को भुखमरी का शिकार होना पड़ रहा है। उसके बावजूद प्रदेश की सरकार का प्रदेश की जनता पर कोई ध्यान नही है। राज्य की जनता त्राहीमाम कर रही है, गैर राशन कार्डधारि गरीब परिवारों को राज्य सरकार अबतक मुठ्ठी भर राशन उपलब्ध नहीं करवा पाई है।पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता बबलू प्रकाश ने कहा कि कोरोना के कारण 23 मार्च से बिहार में लॉकडाउन है। छोटे उद्योग और फैक्ट्रियां बंद पड़े हैं, निर्माण गतिविधि निलंबित हैं, रेस्तरां कॉमर्सियल बिल्डिंग की दुकानो का स्टर डाउन हैं। गरीब किसान और निम्मन मध्यम वर्ग के लोगों का आय का जरिया बंद हो गया है, ऐसे में वे लोग बिजली बिल का भुगतान कहां से करेंगे ?संकट के इस घड़ी में, बिजली बिल की करंट से बिहार की जनता को बचाए और मानवता के आधार पर राज्य भर में चल रहे जितने भी बिजली आधारित उद्योग हैं, कॉमर्सियल बिल्डिंग है उनके 23 मार्च से 31 जुलाई तक का मीटर रेंट सहित बिजली बिल को राज्य सरकार माफ करें।