सोशल मीडिया पर वायरल हुई फ़ोटो और ख़बर,गुस्से में आये छात्रों के परिजन ने सोशल मीडिया के माध्यम से उठायी आवाज़,तरह तरह की देखने को मिली प्रतिक्रिया,DPS प्रबंधन ने खबरों का किया खंडन
नई दिल्ली:किताब,कॉपी और ड्रेस के नाम पर बच्चों के अभिभावकों से लूट के इल्ज़ाम के बीच प्राइवेट स्कूलों पर कोरोना और उससे बचाव के नाम पर भी लूट का नया बाजार तैयार करने का इल्जाम लगा है।ताज़ा मामला दिल्ली पब्लिक स्कूल यानी DPS का है।सोशल मीडिया में वायरल एक मास्क इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है।कोई स्कूल सुरक्षा के नाम पर अगर अपने छात्रों के बीच मास्क या और किसी तरह का उपकरण वितरित करता है तो ये कोई ग़लत बात नहीं है।लेकिन जब एक आम एक आम से दिखाई देने वाले मास्क को अगर 10,20,50 में नहीं बल्कि 400 रुपये में छात्रों को लेने को विवश किया जाए तो जाहिर है लोगों में गुस्सा तो फूटेगा ही।ऐसा ही गुस्सा आजकल सोशल मीडिया पर उस तथाकथित मास्क को लेकर है।नेशनलिस्ट भारत हालांकि इस वायरल ख़बर,फ़ोटो और मूल्य की सत्यता की पुष्टि नहीं करता लेकिन सोशल मीडिया में वायरल इस फ़साने को लोग बड़े गुस्से के साथ एक दूसरे को भेज रहे हैं ।साथ ही तरह तरह की प्रतिक्रिया भी देखने को मिल रही है।ठाकुर सुनील सिंह नामक फेसबुक यूजर ने इस फोटो को शेयर करते हुए DPS पर तंज़ किया कि हम DPS मैनेजमेंट की इस सोंच की सराहना करते हैं कि जो इस विपदा में भी इंसानियत को दरकिनार कर 400 रुपये का मास्क बेचने का अवसर तलाश लेती है।ऐसे ही भावनाहीन उच्चप्रबंधन के शिक्षण में MBA आदि करके छात्र विपति में संपति बनाने की कला सीखते हैं।
एक अन्य यूजर Raja Bhaiya Hindusatani नामक फ़ेसबुक यूजर ने ऐसी ही तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा कि “बहिष्कार कीजिए ऐसी सोच का….शिक्षा को व्यापार तो बनाया ही अब मेडिकल इक्विपमेंट को भी शिक्षा के नाम पर बेचेंगे ।अब यह इसको भी बेचेंगे और हम आप बच्चों के लिए खरीदेगे ।है न…..।इस पर कई लोगों ने प्रतिक्रिया देते हुए स्कूल की मान्यता खत्म करने की मांग की है।
Anand Sharma नामक यूजर ने लिखा “सोशल मीडिया पर वायरल हुई ये पोस्ट,”डीपीएस ने मास्क बेचना चालू कर दिया।₹400 में हर छात्र को यह मास्क लेना पड़ेगा।सोचिए लूट की हद कर दी इन लोगों ने।बढ़िया से बढ़िया n95 मास्क भी ₹100 तक मिलता है”ये पोस्ट वायरल होने के बाद स्कूल प्रबंधन इस बात से इनकार कर रहा है !अब सच्चाई क्या है।1. ये पोस्ट वायरल होने के कारण स्कूल प्रबंधन को ऐसा कहना पड़ रहा है और बेचने की पूरी तैयारी थी या फिर 2.वाकई ये किसी ने स्कूल को बदनाम करने के लिए ये मास्क बनाया थाआप की क्या राय है ??
इन सब के बीच सोशल मीडिया पर खबर और फ़ोटो वायरल होने के बाद स्कूल प्रबंधन ने इस खबर और फ़ोटो का खंडन किया है।DECCAN HERALD की खबर के अनुसार DPS बोर्ड के मेंबर मंसूर अली ख़ान ने इस सिलसिले में अभिभावकों को संदेश भेज कर ऐसी किसी भी ख़बर का खंडन किया है।