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कोरोना से बचाव में मददगार हैं पौष्टिक आहार:डॉक्टर शकील अहमद

जीवन सुरक्षा हास्पिटल के डायरेक्टर ने विस्तार से बताया खानपान और बचाव का उपाय,कहा:संक्रमित होने पर ना सिर्फ ये कि योग्य चिकित्सकों से उचित परामर्श लेकर अपना इलाज कराएं बल्कि इससे बचने के लिए अपने भोजन में प्राकृतिक आहार जैसे विटामिन, मिनरल, फाइबर, प्रोटीन, और एंटीआकसीडेंट को अवश्य शामिल करें

 

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दरभंगा:कोरोना जैसी गम्भीर बीमारी में एक ओर जहां दिन प्रतिदिन हज़ारो लाखों लोगों के संक्रमित होने और मरने की खबरें झकझोर रही हैं वहीं दूसरी और लाखों की संख्या में लोग इस बीमारी को हराकर जीवनदान पा रहे हैं।ऐसे में ज़रूरी है कि संक्रमित होने पर ना सिर्फ ये कि योग्य चिकित्सकों से उचित परामर्श लेकर अपना इलाज कराएं बल्कि इससे बचने के लिए अपने भोजन में प्राकृतिक आहार जैसे विटामिन, मिनरल, फाइबर, प्रोटीन, और एंटीआकसीडेंट को अवश्य शामिल करें।साथ ही कम से कम बीस मिनट धूप जरूर लेना चाहिए। उक्त बातें टेक्टार,दरभंगा स्थित जीवन सुरक्षा हास्पिटल के डायरेक्टर डॉक्टर शकील अहमद ने कहीं।उन्होंने बताया कि अगर आप कोरोना से संक्रमित हुए हैं तो आपको रिकवरी के वक्त हेल्दी फूड्स का सेवन करना चाहिए।अपने भोजन में ऐसे आहार को शामिल न करें, जिससे इम्यून सिस्टम प्रभावित हो।डॉक्टर शकील अहमद ने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति को रिकवर होने में काफी समय लग रहा है।जो लोग ठीक हो रहे हैं उन्हें काफी समय तक कमजोरी महसूस हो रही है। ये बीमारी लोगों को शारीरिक और मानसिक रूप से भी परेशान कर रही हैं।ऐसे में खुद को बचाए रखने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय कर रहे हैं।वहीं जो लोग कोरोना से संक्रमित होकर ठीक हो रहे हैं उन्हें जल्दी रिकवरी के लिए दवा के साथ-साथ अपने खानपान पर भी ध्यान देना जरूरी है।उन्होंने लोगों को सलाह दी कि कोरोना से रिकवरी के दौरान आपको डिब्बा बंद चीजें नहीं खानी चाहिए।ये भले ही बनाने में आसान हों लेकिन इससे आपको नुकसान हो सकता है।ऐसे खाने में प्रिजर्वेटिव्स और सोडियम काफी मात्रा में होती है।इस तरह के डिब्बा बंद खाने से शरीर में सूजन भी आ सकती है।इससे आपका इम्यून सिस्टम प्रभावित होता है और आपको कोरोना से रिकवरी में वक्त लग सकता है।

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डॉ शकील अहमद ने कहा कि कोरोना से संक्रमित व्यक्ति को कोल्ड्रिंक्स नहीं पीनी चाहिए। कोल्ड्रिंक्स पीने से पेट में सूजन पैदा हो सकती है।इसके अलावा आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता पर भी असर पड़ सकता है।कोल्ड्रिंक पीने से आपका गला भी खराब हो सकता है।कोविड के दौरान और उसके बाद कि स्थिति को लेकर डॉक्टर शकील अहमद ने विस्तार से बताते हुए कहा कि कोविड से ठीक हो रहे लोगों का टेस्ट (स्वाद) और स्मैल(सूंघने की शक्ति) चली जाती है ऐसे में रिकवरी के दौरान जब धीरे-धीरे स्वाद वापस आने लगता है तो आपका चटपटा खाने का मन कर सकता है लेकिन आपको ऐसे खाने से परहेज करना चाहिए।दरअसल ज्यादा तेल वाले खाने को पचाने में काफी समय लगता है।इससे पाचन तंत्र पर असर पड़ता है. साथ ही शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ाता है।इसलिए बीमार व्यक्ति को तला-भुना खाने से बचना चाहिए।कोरोना के मरीज को हल्का और सुपाच्य भोजन खाना चाहिए। मसालेदार खाने की बजाए अपने भोजन में सादा खाना शामिल करें।ज्यादा मसाले वाला खाना खाने से गैस, पेट की दूसरी समस्याएं और गला खराब हो सकता है।इस तरह के खाने से कफ की समस्या भी हो सकती है। उन्होंने ने कहा कि कोरोना से ठीक होने के बाद पिज्जा, बर्गर या किसी तरह के जंक फूड का सेवन नहीं करना चाहिए।ये हमारे स्वास्थ्य पर बुरा असर डालते हैं।भले ही ये खाना टेस्ट में अच्छा लगे लेकिन इनसे मोटापा बढ़ता है और पचने में काफी समय लगता है।

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