पांच दिवसीय बिहार दौरे पर पहुंचे आम आदमी पार्टी बिहार के प्रभारी व बुरारी विधानसभा (दिल्ली) के विधायक संजीव झा का बयान,मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में 20–20 का मैच यहाँ की जनता देख चुकी है । सत्ता पक्ष हो या विपक्ष किसी के पास बिहार के विकास का कोई विज़न नहीं है।बदली है दिल्ली,अब बदलेगा बिहार का दिया नारा
पटना:रविवार को पटना एयरपोर्ट पर आम आदमी पार्टी बिहार के प्रभारी व बुरारी विधानसभा (दिल्ली) के विधायक संजीव झा का आगमन हुआ जहाँ बिहार के सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया ।श्री झा ने कहा कि बिहार की NDA सरकार अस्त व्यस्त है, कभी भी सरकार गिर सकती है। विधायकों को अपने अपने पाले में करने का षड्यंत सियासी दल रच रहे है। आम आदमी पार्टी बिहार के संगठन को वैसी स्तिथि के लिए तैयार किया जा रहा है।उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में 20–20 का मैच यहाँ की जनता देख चुकी है । सत्ता पक्ष हो या विपक्ष किसी के पास बिहार के विकास का कोई विज़न नहीं है । आम आदमी पार्टी ही पूरे देश में एक मात्र पार्टी है जिसके मॉडल की चर्चा देश ही नहीं दुनिया के हर कोने में हो रही है । इसी “दिल्ली मॉडल” की रोडमैप को बिहार की धरती पर उतारने के लिए हमारी पार्टी ने संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि हमारा पांच दिवसीय बिहार दौरा का मकसद संगठन को हर गाँव -कस्बों तक पहुंचाना है ताकि इस सूबे को आरोप प्रत्यारोप की राजनीति से छुटकारा मिल सके। चाचा भतीजे का नूरा कुस्ती का खेल से आम जनता तबाह हो चुकी है,अब और नहीं झेलना चाहती है।उन्होंने कहा कि एक नई राजनीति की शुरुआत हमारी पार्टी करेगी,जहाँ हर लोगों को वेहत्तर शिक्षा,वेहत्तर चिकित्सा,बेहतर शासन प्रशासन उपलब्ध होगा । उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी की सोच है–शिक्षित राष्ट्र,समर्थ राष्ट्र व श्रेष्ठ राष्ट्र।उन्होंने अपने पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल के विज़न के बारे में कहा कि पूरे देश में दिल्ली ही एक मात्र राज्य है जहाँ सरप्लस बजट (लाभ का बजट) पेश होता है । उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली में चौबीस घंटे बिजली आती है, पर बिल नहीं आता । लेकिन बिहार की जनता से नीतीश सरकार महँगी दरों पर बिजली का बिल वसूल रही है । जनता परेशान है लेकिन उसके पास कोई विकल्प नहीं है।नल जल योजना के अंतर्गत प्रशासन तंत्र का लूट तंत्र जाग ज़ाहिर है । अफ़सर शाही चरम पर है । आम जनता की क्या कहा जाए ? मंत्री और विधायकों की इस सरकार में सुनने वाला कोई नहीं है, जैसा कि विगत दिनों मंत्री और विधायक की पीड़ा मीडिया के सामने जग ज़ाहिर हुआ ।करोना महामारी में बिहार की जनता स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में अपने परिजनों का जान गँवाती रही और स्वास्थ्य विभाग आँख मूँद कर कुंभकर्ण की निद्रा में सोयी रही ।एम्बुलेंस घोटाला पूरे बिहार ही नहीं, देश ने भी देखा कि किस तरह से खड़ी- खड़ी ऐम्ब्युलन्स सड़ रही है और इसके अभाव में जनता जान गवाँ रही है। सरकारी अस्पताल खंडहर बने हुए हैं और मरीज़ सड़कों पर जान गवाने पर मजबूर हैं। यों कहें इस प्रदेश में सरकार नाम की चीज है ही नहीं । पूरे घटना क्रम को देखते हुए ऐसा लगता है कि सरकार खुद अपने को बचाने में लगी है । वो जनता को कैसे बचाएगी ? ऐसी संभावना बन रही है कि कभी भी इस प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लग सकती है । “मिड टर्म पोल” की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है ।मृतकों की फ़र्ज़ी डेटा पेश कर सरकार ने बेशर्मी और असंवेदनहीनता को जग ज़ाहिर किया । अब बिहार में इस सिस्टम को सुधारने के लिए आम आदमी पार्टी एक वैकल्पिक राजनीति की शुरुआत करेगी । अंतिम पायदान पर खड़ी इस प्रदेश की जनता आम आदमी पार्टी को एक उम्मीद के रूप में देख रही है । आने वाले दिनों में यह पार्टी एक मजबूत विकल्प बनेगी ।बदली है दिल्ली,अब बदलेगा बिहार ।