- मोमिन समाज के आर्थिक, सामाजिक,शैक्षणिक और राजनीतिक हालत सुधार के लिए कदम उठाने की मांग
- झारखंड प्रदेश कमिटी का विस्तार किया गया
- झारखंड सरकार के नाम तीन प्रमुख एजेंडा रोजगार, शिक्षा और राजनीतिक भागीदारी को पेश किया गया।
राँची:रांची के होटल कृष के हॉल में नेशनल मोमिन कॉन्फ्रेंस की मीटिंग हुई जिसमें कमिटी के विस्तार किया गया।बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष शकील अहमद अंसारी ने की।प्रदेश उपाध्यक्ष के रूप में डाल्टनगंज के वरिष्ठ समाजसेवी हेसामुद्दीन अंसारी को,प्रदेश महासचिव के रूप में रांची के हाजी अशरफ अली को,प्रदेश सचिव के रूप में लोहरदगा के झारखंड मुक्ति मोर्चा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला अध्यक्ष एनुल अंसारी को नियुक्त किया गया जबकि हजारीबाग के समाजसेवी मोहम्मद असलम को प्रदेश सचिव मनोनीत किया गया।इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष ने सभी लोगों को मनोनयन पत्र सौंपा तथा उम्मीद ज़ाहिर की कि सभी नवमनोनित सदस्य नेशनल मोमिन कॉन्फ्रेंस की मजबूती में अपना भरपूर योगदान देंगे और मोमिन हित में बढ़-चढ़कर काम करेंगे।इस अवसर पर मुख्य रूप से प्रदेश महासचिव मोहम्मद यासीन अंसारी, लोहरदगा से मोहम्मद इसहाक अंसारी,बोकारो से प्रदेश महिला विंग की अध्यक्ष श्रीमती फरहाना खातून,रांची जिला अध्यक्ष श्रीमती कैसर और रांची के मोहम्मद अशफाक आलम तथा बड़ी संख्या में मोमिन समाज के प्रमुख बुद्धिजीवीगन उपस्थित थे।
बैठक में झारखंड सरकार के नाम नेशनल मोमिन कांफ्रेंस के तीन प्रमुख एजेंडा रोजगार, शिक्षा और राजनीतिक भागीदारी को पेश किया गया। हेमंत सरकार का ध्यान आकृष्ट कराते हुए सभी वक्ताओं ने कहा कि झारखंड अलग राज्य के गठन के लिए आदिवासी समाज के साथ-साथ मोमिन समाज ने भी बढ़-चढ़कर तन मन धन से संघर्ष किया और आगे बढ़ चढ़कर बलिदान दिया। जिस सपनों के साथ मोमिन समाज ने अलग झारखंड राज के लिए सब कुछ निछावर किया वह सपना आज भी अधूरा है।हेमंत सरकार बनाने में मोमिन समाज ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया इस उम्मीद के साथ कि हमारी आर्थिक सामाजिक शैक्षणिक और राजनीतिक हालत में सुधार आएगा।वक्ताओं ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि हम अपने अधिकार को हर हाल में लेकर रहेंगे। नेशनल मोमिन कांफ्रेंस सरकार से पुरजोर मांग करती है कि जिस तरह ट्राईबल एडवाइजरी कमिटी का गठन किया गया है इसी तर्ज पर मोमिन एडवाइजरी कमिटी का गठन किया जाए और विकास की संपूर्ण रूपरेखा बनाकर विशेष अवसर प्रदान किया जाए।