पटना:राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री सम्प्रति राज्य सभा सांसद श्री सुशील कुमार मोदी ने श्री वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव के दुलौर (जगदीशपुर) में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बाबू वीर कुंवर सिंह के नेतृत्व में 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में भागीदारी का खामियाजा बिहार को भुगतना पड़ा। परंतु बिहार के लोगों ने हार नहीं मानी और 1942, 1947, 1974 का जेपी आंदोलन 1975 का आपातकाल विरोधी आंदोलन में हमेशा अग्रणी रहा। अंग्रेज सरकार ने ब्रिटिश सेना में बिहारियों की भर्ती बंद कर दी थी और पूर्वांचल को उपेक्षित कर दिया था।श्री मोदी ने कहा कि बाबू कुंवर सिंह चाहते तो अंग्रेजों से समझौता कर अपनी सल्तनत बचा सकते थे परंतु 80 वर्ष की उम्र में एक बाँह कट जाने के बावजूद भी बंदूक, तोप का मुकाबला तलवार और गुरिल्ला पद्धति से करते रहे।अंग्रेज इतिहासकार तो इसे गदर, सिपाही विद्रोह बता रहे थे परंतु वीर सावरकर ने पहली बार इसे प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन करार दिया। यदि वीर कुंवर सिंह के नेतृत्व में 1857 की क्रांति नहीं होती तो 90 वर्षों बाद देश आजाद नहीं हुआ होता।
बाबू कुंवर सिंह ने कभी समझौता नहीं किया:मोदी
Advertisement