भोपाल:अप्रैल के महीने में भीषण गर्मी के दौरान मध्यप्रदेश में गर्मी अपना कहर ढा रही है। मध्य प्रदेश के अधिकतर जिलों का तापमान 43 डिग्री के आसपास दर्ज किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में लोग सुबह से शाम तक अपने घरों में कैद होने पर मजबूर है। दूसरी तरफ लोगों को पीने के पानी की व्यवस्था करने में भी मुश्किल पेश आ रही है। इस वजह से हो रहा है क्योंकि मध्य प्रदेश के इन जिलों में जल स्तर में काफी गिरावट पाई जाती है। मध्य प्रदेश के ऐसे क्षेत्रों में हालात बहुत खराब हो चुके हैं और लोगों को अपनी प्यास बुझाने के लिए 1 से 2 किलोमीटर तक का सफर करना पड़ता है।
मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले की हरदा पंचायत के अंतर्गत आने वाले लाईझापी गांव और उसके आसपास के कई गांव में पीने की पानी की किल्लत होने लगी है। यहां महिलाओं को पीने का पानी लाने के लिए काफी मशक्कत करना पड़ रहा है। तपती गर्मी में पथरीले रास्तों से होकर गुजर ना और सिर पर पानी रख कर लाना किसी चुनौती से कम नहीं है यही कारण है कि मध्य प्रदेश के किन क्षेत्रों की करीब 1 दर्जन से अधिक महिलाओं ने अपने पति का घर छोड़ दिया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस क्षेत्र में पेयजल का संकट भयंकर है। यहां लोगों को पीने का पानी हासिल करने के लिए सुबह से शाम तक परेशान होना पड़ता है। लोग पानी के लिए अपने सभी काम छोड़कर 1 से 2 किलोमीटर दूर तक जाकर पानी की व्यवस्था करते हैं। क्षेत्र के मर्द अपनी रोजी रोटी के लिए गांव से बाहर चले जाते हैं इस कारण पानी लाने का काम भी महिलाओं को ही करना पड़ता है। वर्तमान समय में भयंकर गर्मी और ऊपर से पेयजल का संकट के कारण क्षेत्र की महिलाएं काफी परेशान है। उन्हें दो से 3 किलोमीटर दूर स्थित हैंडपंप से पानी भरकर लाना पड़ता है इन सब परेशानियों से तंग आकर क्षेत्र की 10 से 12 महिलाओं ने अपने पतियों का गांव छोड़कर दूसरे जगह शरण ली है।
गर्मी का कहर और जल संकट के कारण 12 पत्नियों ने छोड़ा अपने पतियों का घर
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