पटना:जातिगत जनगणना को लेकर पिछले दिनों हुए राजनीतिक घमासान के बीच बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर जातिगत जनगणना को लेकर नहीं लड़ाई छेड़ दी है। नेता प्रतिपक्ष और राष्ट्रीय जनता दल के विधायक तेजस्वी प्रसाद यादव ने आज अपने ट्वीट के माध्यम से जातिगत जनगणना को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार विधान सभा के द्वारा दो बार जातिगत जनगणना कराने को लेकर प्रस्ताव पारित कर दिया गया जिसे मंजूरी के लिए केंद्र सरकार को भेजा गया लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार ने इसे दोनों बार निरस्त करके अपनी ओछी मानसिकता का परिचय दिया है। बिहार सरकार के प्रस्ताव को नामंजूर किए जाने को लेकर राजद नेता ने कहा के बिहार सरकार ने दो बार प्रस्ताव पारित करके भेजा लेकिन केंद्र की बीजेपी सरकार और नित्यानंद राय ने लिखित तौर पर बताया कि जातिगत जनगणना नहीं कराई जाएगी। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक बार फिर मोर्चा खोलते हुए ऐलान किया है कि बिहार में जातिगत जनगणना नहीं हुई तो कोई जनगणना नहीं करने दी जाएगी। ऐसे में एक बार फिर से बिहार में जातिगत जनगणना को लेकर बहुत शुरू हो सकती है।
भाजपा घोर सामाजिक न्याय विरोधी पार्टी है। बिहार विधानसभा से जातिगत जनगणना कराने का हमारा प्रस्ताव 2बार सर्वसम्मति से पारित हो चुका है।लेकिन BJP और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री श्री राय ने लिखित में जातिगत जनगणना कराने से मना कर दिया है।
Advertisementबिना इसके बिहार में कोई जनगणना नहीं होने देंगे
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 4, 2022
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दरअसल यह पूरा मामला उस वक्त शुरू हुआ था जब विपक्षी दल ने बिहार में जातिगत जनगणना की वकालत करते हुए न सिर्फ यह के पब्लिक प्लेटफॉर्म से बल्कि विभिन्न मंच से केंद्र सरकार से अपील की गई कि वह बिहार ही नहीं बल्कि पूरे भारत में जातिगत जनगणना कराएं।
इस राजनीति को धार देने के लिए बिहार में लगभग सभी राजनीतिक दलों ने एक एक सुर में आवाज उठाई थी और इस सिलसिले में बिहार विधानसभा में दो बार प्रस्ताव पारित करके भारत सरकार को भेजा गया था। लेकिन भारत सरकार ने दोनों प्रस्ताव को ठंडे बस्ते में डालते हुए बिहार क्या पूरे भारत में जातिगत जनगणना कराने से इंकार कर दिया।