पटना:पटना के PMCH की GNM नर्सों पर कल हुए लाठीचार्ज के विरोध में AIPWA, AISA,RYA ने PMCH में मार्च निकाल कर मेंन गेट पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे का पुतला दहन किया गया ।इन संगठनों ने नर्सिंग छात्रों पर हुई लाठी चार्ज की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की साथ ही GNM नर्सों को इंसाफ देने की भी मांग की।बताते चले कि शुक्रवार 6 मई को पीएमसीएच में जीएनएम नर्सिंग छात्राओं पर पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज किया। पुलिस ने लाठीचार्ज के द्वारा छात्राओं को पीएमसीएच परिषद से खदेड़ दिया। छात्राएं अपनी विभिन्न विभिन्न मांगों को लेकर पटना मेडिकल कॉलेज के सुपरिटेंडेंट के कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठी थी जिसे हटाने के लिए पुलिस ने बल का प्रयोग करते हुए जमकर लाठीचार्ज किया था।
छात्राओं का कहना था कि जीएनएम का कोर्स 3 साल का था लेकिन अब इन छात्राओं को पीएमसीएच से किसी दूसरे जगह भेजा जा रहा है। ऐसे में हमारी मांग है कि हमें पीएमसीएच में ही पढ़ाई पूरी करने दी जाए अन्यथा ना भेजा जाए। छात्राओं का कहना था कि हमें पीएमसीएच में आईसीयू से लेकर तमाम तरह की सुविधाओं को पढ़ने समझने की सुविधा है लेकिन अब हमें पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल यानी पीएमसीएच से वैशाली भेजा जा रहा है जिससे हम छात्राओं को कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। छात्राओं का कहना था कि हम लोगों ने इस विषय पर पीएमसीएच प्रशासन से कई दौर की बात की और इस आदेश को वापस लेने की मांग की लेकिन पीएमसीएच प्रशासन ने हमारी मांगे नहीं मानी मजबूरी में हमें लोकतांत्रिक तरीके से धरना देना पड़ा लेकिन पीएमसीएच प्रशासन को यह भी नागवार गुजरा और उसने पुलिस की मदद से हम लोगों पर अत्याचार करके हमारे मनोबल को तोड़ने का काम किया है जो लोकतांत्रिक देश में कहीं से भी जायज नहीं है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जीएनएम छात्राएं पीएमसीएच में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठी हुई थी साथ ही हंगामा मचा रही थी। छात्राओं ने पीएमसीएच के मेन गेट पर धरना प्रदर्शन किया था। जिसमें डॉक्टर और कई गाड़ियों को जाने से बाधित कर दिया था। जिसके बाद मौके पर भारी संख्या में पुलिस की टीम पहुंची। इस दौरान पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। पुलिस ने इस दौरान छात्राओं को लाठी-डंडे से पीटा। इस दौरान पुरुष कॉस्टेबल छात्राओं पर लाठी चलाते दिखे। इस दौरान अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठी एक छात्रा की तबीयत बिगड़ गई।