- रसोइयों को शिक्षा विभाग के चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी का दर्जा दे सरकार: धीरेन्द्र झा
- रसोइयों को 12 महीने का मानदेय दे सरकार : शशि यादव
- महंगाई की मार से परेशान हैं रसोईया: मीना तिवारी
- 28 मई को मंहगाई के खिलाफ प्रधानमंत्री मोदी का संकुल स्तर पर रसोईया का परिवार भूखा है,मोदी सरकार धोखा है, के नारे पर पुतला दहन करेंगे रसोईया: सरोज चौबे
पटना:बिहार राज्य विद्यालय रसोईया संघ, ऐक्टू का एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आज ऐक्टू राज्य कार्यालय में सम्पन्न हुई । शिविर को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता धीरेंद्र झा ने कहा कि सरकार रसोइयों को भले सरकारी कर्मचारी का दर्जा न दे लेकिन वे शिक्षा विभाग की निबंधित कर्मचारी हैं। उन्हें न तो न्यूनतम मज़दूरी मिलती है न सम्मानजनक रोजगार है और न ही जीवन यापन लायक मानदेय मिलता है। फिर भी सरकार कहती हैं कि भारत विकास कर रहा है। रसोईया सुबह से लेकर शाम तक काम करती हैं लेकिन उनके साथ घोर अन्याय हो रहा है। बिहार में 25 लाख रसोईया हैं जिन्हें गोलबंद करके आंदोलन तेज करके उनके जीवन स्तर का सुधार किया जा सकता हैआगे उन्होंने कहा कि नीतीश व मोदी सरकार आज शिक्षा को अराजक स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया है । मंहगाई की मार रसोइयों पर भी पड़ रही है और सरकार मंदिर मस्जिद की राजनीति में मशगूल है। बोलने की आजादी पर खतरा मंडरा रहा है। रसोइयों को लोकतंत्र के लिए संघर्ष करना है।
शिविर को संबोधित करते हुए ऐपवा की राष्ट्रीय महासचिव मीना तिवारी ने कहा कि आज महिलाओं को धर्म के नाम पर भाजपा आर एस एस गोलबंद करके अपना एजेंडा आगे बढ़ा रही है। मंहगाई , बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य पर काम करने की बजाय शिव चर्चा व कलश यात्रा का आयोजन हो रहा है।
महिलाओं को इससे सावधान रहना होगा। प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन करते हुए शशि यादव ने कहा कि स्कीम वर्कर्स का सस्ते श्रम के रूप में इस्तेमाल किया जाता है । ठेका मानदेय के आधार पर काम करवाया जाता है। पक्के काम के अभाव में उनका शोषण किया जाता है।ऐक्टू महासचिव आर एन ठाकुर ने कहा कि श्रमिक का शोषण पूंजीपति हमेशा से करते आया है। मौजूदा सरकार चार श्रम कोड कानूनों के जरिए मजदूरों के विरोध में काम कर रही है। हमें आम जनता को सरकार की नीतियों के बारे में बताना होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षता सोहिला गुप्ता व संचालन सरोज चौबे ने किया। सांगठनिक सत्र को दिनेश कुशवाहा, परसशुराम पाठक, सावित्री देवी, किरन देवी, राखी मेहता , पूनम देवी, मुहम्मद हैदर ,विभा भारती आदि ने संबोधित किया। जून में सदस्यता अभियान चला कर सम्मेलन किया जाएगा। जुलाई में विधानसभा के सामने प्रदर्शन किया जाएगा।