पटना:अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन, ऐपवा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक पटना में 6-7 जून, 2022 को आयोजित होनेवाली है। बैठक में पूरे देश से एक सौ से अधिक महिला प्रतिनिधि भाग लेंगी। बैठक में देश में बढ़ती मंहगाई, गैस की कीमतों में वृद्धि, राशन कटौती, जन वितरण प्रणाली का खात्मा, गरीबों के घरों पर चल रहे बुलडोजर पर रोक, महिलाओं के बीच धार्मिक भावनाओं को उभार कर उनके बुनियादी मुद्दों से उनका ध्यान हटाने, हिजाब के बहाने मुस्लिम छात्राओं, महिलाओं पर दबाव बनाने की कोशिश आदि विषयों पर विचार विमर्श कर आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी।एक तरफ मंहगाई बेरोजगारी चरम पर है। तो दूसरी तरफ लॉकडाऊन से लेकर अभी तक आम लोगों की आय बहुत कम हो गई है। रोजगार कम हो गए हैं। इसकी मार महिलाओं पर ही पड़ती है क्योंकि घर चलाने की जिम्मेदारी उन्हीं के ऊपर रहती है जबकि सरकार की मदद से अडानी व अम्बानी की सम्पत्ति दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ रही है । एक तरफ अर्थव्यवस्था की खस्ता हालत और दूसरी तरफ ज्ञान वापी मस्जिद, कुतुब मीनार, ताजमहल आदि पर विवाद खड़ा किया जा रहा है.सरकार द्वारा बढ़ाई जा रही इस फिरकापरस्ती के खिलाफ ऐपवा प्रेम , आजादी, बहनापा और बराबरी के लिए अभियान चलाएगी। सरकार फिजूल खर्ची में व्यस्त रहती है लेकिन लाखों की संख्या में कार्यरत स्कीम वर्कर्स का एक पैसा भी नहीं बढ़ाया है। उनका सस्ते श्रम के रूप में शोषण करती है। जबकि कोविड काल में इन्हें कोरोनावारियर्स कहा गया। इन्हें संगठित कर इनके आंदोलन को आगे ले जाने पर भी बात होगी।
महंगाई,रसोई गैस की बढ़ती कीमतों के खिलाफ तथा महिलाओं के लिए न्याय और अधिकारों की रक्षा के लिए आंदोलन तेज होगा-मीना तिवारी
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