गर्मी से बचने के लिए आप क्या-क्या तरीका नहीं करते लेकिन क्या आप जानते हैं कि जोधपुर में गर्मी से बचने के लिए नीले रंग से घरों की सफेदी की जाती है? आपको यहां सभी घर ब्लू कलर से रंगे हुए मिलेंगे. इस वजह से जोधपुर को ब्लू सिटी भी बोला जाता है. इसकी वजह आपको यहां आने पर पता चलेगी. दरअसल, आप यदि जोधपुर के पुराने मकानों की तरफ जाएंगे, तो पाएंगे के ज्यादातर घर नीले रंग में रंगे हैं. इस नीले शहर में कई और ऐसी जगहें हैं, जहां आपको …
गर्मी से बचने के लिए आप क्या-क्या तरीका नहीं करते लेकिन क्या आप जानते हैं कि जोधपुर में गर्मी से बचने के लिए नीले रंग से घरों की सफेदी की जाती है? आपको यहां सभी घर ब्लू कलर से रंगे हुए मिलेंगे. इस वजह से जोधपुर को ब्लू सिटी भी बोला जाता है. इसकी वजह आपको यहां आने पर पता चलेगी. दरअसल, आप यदि जोधपुर के पुराने मकानों की तरफ जाएंगे, तो पाएंगे के ज्यादातर घर नीले रंग में रंगे हैं. इस नीले शहर में कई और ऐसी जगहें हैं, जहां आपको घूमना चाहिए.
मेहरानगढ़ फोर्ट
मेहरानगढ़ किला जोधपुर में आपकी ट्रैवल लिस्ट में सबसे ऊपर होना चाहिए. यह सबसे बड़े भारतीय किलों में से एक है. यह किला शहर से 400 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. राव जोधा ने 1459 ई। में किले का निर्माण करवाया था. ऐसा माना जाता है कि किले के निर्माण का कोशिश 1459 में प्रारम्भ किया गया था, लेकिन किले को पूरा होने से कई शताब्दियां लग गई थीं.
उम्मेद भवन
उम्मेद भवन जहां प्रियंका चोपड़ा और निक जोनस की वेडिंग डेस्टिनेशन थी. पैलेस का निर्माण साल 1929 में प्रारम्भ किया गया था और इसे 1943 में पूरा किया गया था. यह महल शहर के सबसे ऊंचे जगह पर स्थित है. 347 कमरों वाला विशाल महल दुनिया के सबसे बड़े निजी आवासों में से एक है. रॉयल स्थान घूमना चाहते हैं, तो यहां जरूर आएं.
मंडोर गार्डन
जोधपुर की स्थापना से पहले छठी शताब्दी से संबंधित मंडोर, मारवाड़ की राजधानी थी. यहां के मंडोर गार्डन बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करते हैं. मंडोर गार्डन में एक सरकारी संग्रहालय, एक ‘हीरोज का हॉल’ और 33 करोड़ देवताओं का मंदिर भी है. यहां आपको काफी कुछ नया देखने को मिलेगा.
कैलाना झील
कैलाना झील शहर के पश्चिम में स्थित है. यह अभी तक एक और मानवनिर्मित झील है, जिसका निर्माण साल 1872 में प्रताप सिंह द्वारा किया गया था. यह राजस्थान में सबसे अधिक बार आने वाली झीलों में से एक है. आप यहां पर बोटिंग भी कर सकते हैं.
जोधा डेजर्ट रॉक पार्क
वर्ष 2006 में राव जोधा डेजर्ट रॉक पार्क के गठन के पीछे का उद्देश्य किले के पास के चट्टानी क्षेत्र को पुनर्स्थापित करना था. एक बार भूमि को बहाल करने के लिए प्रारंभिक कदम उठाए जाने के बाद, मशहूर थार रेगिस्तान से 80 से अधिक देशी पौधों की प्रजातियां उगाई गईं. यह अपने आप में अजूबा माना जाता है.