बिग बॉस 2018 के सेशन में बिग बॉस के घर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस रखी गई थी। इस दौरान पत्रकारों ने घरवालों से जमकर सवाल पूछे थे। घर में रह रहे इन पांचों सदस्यों को लेकर उनसे जुड़ी कुछ ऐसी बातें भी सामने आईं जो काफी चौंका देने वाली थीं। हिना, शिल्पा और पुनीश को आपस में आकाश ददलानी के बारे में बातें करते सुना गया था। वहीं आकाश के बारे में पुनीश ने ये खुलासा किया था कि आकाश ददलानी को महिलाओं के अंडरगार्मेंट्स सूंघने की आदत है। यह बात प्रेस कॉन्फ्रेंस में सबसे चौंका देने वाली थी ।ये एक ऐसी चौंका देने वाली बात थी जिस पर बहस छिड़ गई।ये अपने आप में किसी अजूबे से कम नहीं कि एक मनुष्य को महिलाओं के अंडर गारमेंट्स सूंघने में ऐसा क्या मज़ा मिलता है कि वो ऐसा घिनौना काम करने लगता है।दरअसल इसके पीछे होती है एक बीमारी जो ऐसे कामों को करने की लत लगाती है।इसे सेक्स एडिक्शन कहते हैं।आईये जानते हैं इसके बारे में कुछ…..
दरअसल शारीरिक संबंध यानि सेक्स संबंध दो लोगों के बीच के भावनात्मक संबंधों को जताने और उन्हें मजबूती देने में अहम किरदार निभाते है. जब यही संबंध एडिक्शन या लत बन जाता है, तो वह पीड़ित की मानसिक अवस्था को पूरी तरह से बीमार कर देता है. लत चाहे कोई भी हो वो नुकसान ही करती है, लेकिन सेक्स एडिक्शन यानि यौन संबंधों की लत रोगी के मानसिक, शारीरिक, सामाजिक स्वास्थ्य और भावनात्मक व्यवहार को बुरी तरह से प्रभावित करती है।
क्या है सेक्स एडिक्शन
डॉक्टरों के अनुसार सेक्स एडिक्शन एक ऐसी मानसिक बीमारी है, जिसमें किसी व्यक्ति का उसके यौन व्यवहार पर नियंत्रण नहीं रह जाता है. उसका दिमाग कामुक विचारों से भरा रहता है. साथ ही उसे बार-बार यौन क्रिया करने की इच्छा होती है. अपनी इस लत के चलते व्यक्ति पोर्नोग्राफी और हस्तमैथुन का भी आदी हो जाता है. इसके साथ ही कई मामलों में अपनी वासना को शांत करने के लिए व्यक्ति एक से ज्यादा लोगों के साथ तथा वेश्यावृत्ति में लिप्त महिलाओं के साथ भी संबंध बनाने लगता है. जिसका सीधा असर उसके निजी जीवन, उसके रिश्तों और स्वास्थ्य पर पड़ता है. सही समय पर इलाज ना मिलने पर व्यक्ति अपनी लत से वशीभूत होकर यौन अपराधों में शामिल होने से भी खुद को रोक नहीं पाता है. क्योंकि इस जुनूनी लत के चलते उसका स्वयं पर से नियंत्रण खो जाता है. इसके अलावा यह लत कई मानसिक और शारीरिक बीमारियों का कारण भी बन सकती है.
सेक्स एडिक्शन के कारण
व्यक्ति के इस अवस्था में पहुंचने के पीछे कई शारीरिक, मनोवैज्ञानिक और सामाजिक कारण हो सकते है. कई बार मानसिक बीमारियों के चलते, अस्वस्थ हार्मोन के चलते, पोर्नोग्राफी सरीखे मस्तिष्क को बीमार करने वाली दृश्य सामग्री को लगातार देखने के चलते, साथ घटी किसी दुर्घटना के फलस्वरूप या किसी शारीरिक बीमारी के कारण लोगों में यह लत जन्म ले सकती है.
सेक्स एडिक्ट लोगों के लक्षण
◆ज्यादातर समय सेक्स के बारे में सोचते रहना।
◆एक से अधिक सेक्सुअल पार्टनर रखना।
◆एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर रखना।
◆पोनोग्राफिक मूवीज ज्यादा देखना।
◆साइबर सेक्स और फ़ोन सेक्स में जरूरत से ज्यादा दिलचस्पी दिखाना।
◆सेक्स वर्कर के साथ सेक्सुअल संबंध बनाना।
◆दिन में 10-15 बार मैस्टरबेशन करना।
◆सेक्स एडिक्शन के आदि कुछ लोग यौन उत्पीड़न यानी कि रेप भी करते हैं।
◆सेक्स के चक्कर में काम, परिवार और अन्य जिम्मेदारियों को नजरअंदाज करना।
◆हेल्थ संबंधित प्रॉब्लम्स होने पर भी सेक्स करना।
सेक्स एडिक्शन का उपचार
सही समय पर यदि इस अवस्था के बारे में पता चल जाए, तुरंत मनोचिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।डॉक्टरों के अनुसार विभिन्न थेरेपियों तथा दवाइयों की मदद से इस लत को नियंत्रण में लाया जा सकता है. इन उपचारों की मदद से पीड़ित के स्वयं पर नियंत्रण तथा इस लत से लड़ने के लिए उसकी मानसिक शक्ति को मजबूत करने का कार्य किया जा सकता है.इनमें कॉग्निटिव बिहेवियर थेरेपी, थेरप्यूटिक विधियां तथा दवाइयों की मदद से रोगियों को उनके विचारों और व्यवहारों को दूसरी दिशा में केंद्रित करने की कोशिश की जाती है. इसके अलावा दवाइयों की मदद से व्यक्ति में सेक्स के आवेग को कम करने तथा दिमाग को शांत रखने की कोशिश की जाती है।