Nationalist Bharat
विविध

ज़ी न्यूज़ और शुभाष चंद्रा के ख़िलाफ़ किसने रची साज़िश

रजत अमरनाथ-

कुछ समझ नहीं आ रहा है… पहले जी के मालिक सुभाष चंद्रा राज्यसभा चुनाव हार जाते हैं उसके बाद धीरे धीरे सुधीर चौधरी के पर कतरने चालू हो जाते हैं और उनसे जिम्मेदारियां लेनी चालू हो जाती हैं उसके बाद सुधीर चौधरी से उनका चर्चित शो डीएनए ले लिया जाता है और एक नया एंकर रोहित रंजन उस शो की एंकरिंग करने लगता है।फिर अचानक सुधीर चौधरी भरे मन से इस्तीफा दे देते हैं और इस्तीफे में लिखते हैं कि मैंने इस संस्था को अपना 100% दिया है और आज इस मुकाम तक ले कर आया हूं और अब मैं कोई नया वेंचर चालू करूंगा जो अपने लिए होगा।इस्तीफे के जवाब में सुभाष चंद्रा लिखते हैं कि मैंने सुधीर को मनाने की 2 दिन तक कोशिश की लेकिन वह अपना ही कोई वेंचर लाना चाहता है तो उसके भविष्य के लिए मंगल कामनाएं जैसी ही इस्तीफा मंजूर किया जाता है वैसे ही उसी रात जी पर राहुल गांधी को लेकर एक गलत खबर चलती है।

Advertisement

इसके बाद उस खबर के वाचक एंकर रोहित रंजन पर एफ आई आर दर्ज की जाती है और छत्तीसगढ़ पुलिस रोहित रंजन को गिरफ्तार करने उसके घर सुबह-सुबह पहुंच जाती है लेकिन किसी ना किसी तरह रोहित रंजन छत्तीसगढ़ पुलिस के हाथ नहीं लगते और उत्तर प्रदेश पुलिस उसे अपने साथ ले जाती है।इसमें ऐसा लगता है कि पूरा प्रकरण सुधीर चौधरी के इस्तीफे से जुड़ा है जहां एक तरफ सुधीर चौधरी कहते हैं कि मैंने डीएनए को ऊंचाइयों तक पहुंचा दिया वहीं उनके इस्तीफा देते ही उसी डीएनए की एक खबर के बाद क्रेडिबिलिटी जमीन पर आ जाती है।ग़लत खबर के बाद सिर्फ डीएनए ही नहीं ज़ी न्यूज़ और सुभाष चंद्रा पर भी प्रश्न चिन्ह लग जाता है।

ऐसा लगता है यह सब अचानक नहीं हुआ। यह कोई इंटरनल सबोटाज है क्योंकि कोई भी सीरियल या बाइट ऑन एयर होने से पहले असाइनमेंट पर आती है। वह खबर की पुष्टि करता है। फिर खबर को डेस्क तक भेजता है जहां पर डेस्क देख परख कर उस खबर को लिखता है और खबर को आगे बढ़ाता है। कम से कम राहुल गांधी और मोदी की खबर को लेकर तो सारे न्यूज़ चैनल एक बार नहीं कई बार पुष्टि करते हैं ताकि कोई गलती ना हो जाए।लेकिन इस खबर को लेकर ऐसा लगता है किसी ने जानबूझकर किसी के कहने पर इस खबर को ऑन एयर किया जिसका खामियाजा डीएनए शो, ज़ी न्यूज़ और सुभाष चंद्रा को भुगतना पड़े।अब यह सुभाष चंद्रा को खोजना होगा कि उस ऑन एयर खबर की सच्चाई क्या थी और कैसे बिना चेक किए इतनी बड़ी फेक न्यूज़ बना दी गई और यह सब किसने किया? इसमें कोई एक दोषी नहीं मिलेगा इसमें कई दोषी हैं…

Advertisement

Related posts

टेलीग्राम पर ग्रुप बनाकर लड़कियों को अश्लील वीडियो भेज कर ब्लैकमेल करने वाले नाबालिग को शिमला पुलिस ने किया गिरफ्तार

NHAI ने टोल प्लाजा बंद को लेकर हाईकोर्ट जाने पर किसानो दिया अपना बयान

cradmin

शराबबंदी से परेशान 2 करोड़ का भैंसा, बिक्री के लिए पहुंचा सोनपुर मेला,चमक पड़ रही है फीकी

Nationalist Bharat Bureau

Leave a Comment