पटना:बिहार स्टेट शिया वक़्फ़ बोर्ड के पूर्व चैयरमैन और वरिष्ठ जदयू नेता इरशाद अली आज़ाद ने राज्य के स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख मंगल पांडे द्वारा स्वास्थ्य विभाग में बड़े पैमाने पर नियुक्ति के एलान का स्वागत किया है।इरशाद अली आज़ाद ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य में स्वास्थ्य और शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।ये दो बुनियादी सेक्टर ऐसे हैं जिससे गरीबों का सरोकार सीधे तौर ओर जुड़ा है।यही वजह है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार इस क्षेत्र को मजबूत बनाने और उसके आधारभूत संरचना को मजबूती देने की दिशा में प्रयासरत हैं।इसी कड़ी में राज्य में स्वास्थ्य विभाग में अगले तीन महीने में 13,813 विभिन्न पदों पर नियुक्ति की घोषणा की गई है। इसमें सर्वाधिक एएनएम-8,853, सीनियर ट्रीटमेंट सुपरवाइजर-193, हास्पिटल मैनेजर-94, डिस्ट्रिक प्लानिंग को-आर्डिनेटर-15, डिस्ट्रिक डाट टीबी सुपरवाइजर -13, कम्युनिटी हेल्थ आफिसर-4050, काउंसलर के पद पर 579 और 26 पदों पर नियुक्तियां होगी।इरशाद अली आज़ाद ने कहा कि इससे शहरों के साथ साथ ग्रामीण इलाके में लोगों को ख़ासतौर से गरीबों को आसानी से और बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध होगी।
जदयू नेता ने कहा कि छठे चरण के नियोजन में 42 हजार से अधिक शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दे दिया जा चुका है। बचे दो-ढाई हजार पदों पर भी एक पखवारे में नियुक्ति हो जाएगी। प्रारंभिक स्कूलों में 40 हजार से अधिक प्रधान शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया अंतिम दौर में है। प्लस टू स्कूलों के लिए प्रधानाध्यापक की बहाली की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। ये दोनों बहाली बिहार लोकसेवा आयोग के माध्यम से हो रही है। इसके इलावा सातवे चरण की बहाली प्रकिया भी जल्द प्रारंभ होने वाली है।बताया जाता है कि अगले महिने से शिक्षक बहाली की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। लगभग 1.29 लाख शिक्षकों को नौकरी दी जाएगी।
इरशाद अली आज़ाद ने कहा कि इससे ज़ाहिर होता है कि स्वास्थ्य और शिक्षा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्राथमिकता है।