पटना: नेशनल हेराल्ड केस (National Herald Case) से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गुरुवार को प्रवर्तन निदेशालय कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से पूछताछ की। जांच एजेंसी ईडी की ओर से की जाने वाली इस पूछताछ के विरोध में कांग्रेस पूरे देश में प्रदर्शन किया. पटना में कारगिल चौक से ईडी दफ्तर तक कांग्रेस ने गुरुवार को मार्च निकाला. विरोध प्रदर्शन में बिहार कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा, विधायक दल के नेता अजीत शर्मा, प्रभारी भक्त चरणदास, पूर्व केंद्रीय मंत्री शकील अहमद समेत काफी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता भी थे।इस अवसर पर कांग्रेसियों ने मोदी सरकार और जाँच एजंसियों के ख़िलाफ़ जम कर भड़ास निकाली।कार्यकर्ताओं ने पटना के इंफोर्समेंट डायरेक्टरेट यानी ईडी के दफ्तर पर कालिख भी पॉट दी।प्रदर्शन के दौरान बिहार कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने कहा कि राहुल गांधी से इस मामले में घंटों पूछताछ हुई थी. अब सोनिया गांधी से होगी. यह झूठा मामला है. सोनिया गांधी और राहुल गांधी को फंसाने की कोशिश की जा रही है. कांग्रेस झुकेगी नहीं. डरेगी नहीं. संसद से सड़क तक लड़ाई जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार (Modi Government) की तानाशाही नहीं चलने देंगे. जनता भी समझ रही है कि फंसाया जा रहा है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किया विरोध:विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए पटना पहुंचे बिहार प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरणदास ने उपस्थित नेताओं और कार्यकर्ताओं को निरंकुश सत्ता के खिलाफ संघर्ष करने के लिए तैयार रहने को कहा. उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि सोनिया गांधी त्याग और दया की प्रतिमूर्ति हैं. राजनीतिक द्वेष में ईडी को आगे कर जिस प्रकार भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा खेल रचा जा रहा है, वो निंदनीय है।
इनकी हुई गिरफ्तारी:इस दौरान विरोध मार्च के बाद हिरासत में लिए गए प्रमुख नेताओं में बिहार प्रभारी भक्त चरण दास, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा, विधायक दल के नेता अजित शर्मा, पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. शकील अहमद, कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी, श्याम सुन्दर सिंह धीरज, पूर्व मंत्री कृपा नाथ पाठक, अवधेश कुमार सिंह, वीणा शाही, नरेन्द्र कुमार, विधान पार्षद प्रेम चन्द्र मिश्रा, मुख्य सचेतक राजेश कुमार, मिडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़, विधायक विजय शंकर दुबे समेत अन्य लोग शामिल है