पटना:प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन एवं नालंदा लर्निंग सिस्टम के संयुक्त तत्वधान में आज दिनांक 12 अगस्त 2022 को पटना के होटल चाणक्य में न्यू एजुकेशन पॉलिसी 2020 के चैलेंज एवं अपॉर्चुनिटी पर आयोजित एक कार्यशाला का आयोजन किया गया इस अवसर पर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद शमायल अहमद ने कहां कि नालंदा लर्निंग सिस्टम भारत में माता-पिता के मोबाइल ऐप के साथ एकमात्र मंच है जो बच्चे के लिए मापनीय परिणाम प्रदान करता है और घर पर कक्षा शिक्षण और सामग्री तक सहज पहुंच प्रदान करता है, यह सुनिश्चित करता है कि सीखना कभी बंद न हो। उन्होंने बताया कि इसके माध्यम से छात्रों को वेबसाइट डिजाइन, सोशल मीडिया दिशानिर्देशों, डिजिटल प्रचार, अभिभावक जुड़ाव रणनीतियों और नई लीड जनरेशन गतिविधियों के माध्यम से डिजिटल डोमेन में अपना ब्रांड स्थापित करने में सहायता मिलेगी।
वही इस अवसर में उपस्थित नालंदा लर्निंग सिस्टम के सीईओ तमाल मुखर्जी ने कहां महामारी ने शिक्षा विभाग को नया रूप दिया है । जबकि इसने शिक्षा प्रौद्योगिकियों को अपनाने में तेजी लाई है, लाभ समाज के एक छोटे से वर्ग तक सीमित हैं।
मुखर्जी के अनुसार, नालंदा का इरादा न केवल बच्चों के लिए निरंतर सीखने और विकास के परिणाम सुनिश्चित करना है, बल्कि प्री-स्कूलिंग उद्योग को पुनर्जीवित करने और कौशल बढ़ाने और व्यापक, समकालीन और प्रारंभिक शिक्षा कार्यक्रम प्रदान करने में सक्षम बनाना है। यह अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से पूरे भारत में अपनी उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षाशास्त्र का विस्तार करता है, “नालंदा टीम ने प्री-स्कूलिंग व्यवसाय की फिर से कल्पना करने में बड़ी निपुणता दिखाई है और प्री-स्कूल मालिकों, शिक्षकों और माता-पिता के लिए अपने उच्च गुणवत्ता वाले शिक्षण को अत्यधिक प्रभावशाली व्यावसायिक प्रस्ताव में अनुवाद करने में सक्षम है।
प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शमायल अहमद ने कहा कि कुछ वर्षों से बच्चों की संख्या ऊपर के कक्षाओं में कम होती जा रही है क्योंकि बड़ी संख्या में कोचिंग संस्थान विभिन्न प्रकार से बच्चों को लोभ दिला कर स्कॉलरशिप के नाम पर अपनी ओर खींच रहे हैं और बच्चो की बेसिक नीव को खोखला करने का काम कर रही है।जल्द ही एसोसिएशन शिक्षा मंत्री से मिलकर ऐसे कोचिंग संस्थानों पर कार्रवाई करने और सुबह 8:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक कोचिंग संचालन करने पर रोक लगाने की मांग करेगा।इस अवसर पर मुख्य रूप से एसोसिएशन के प्रदेश के पदाधिकारियों में डॉ उमेश प्रसाद, परितोष कुमार त्रिपाठी, मोहम्मद साबिर, जेपी वर्मा, इफत रहमान एवं एसोसिएशन की प्रधान कार्यालय सचिव फौज़िया खान मौजूद रहे।