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लालू को सज़ा सुनाने वाले 59 साल के जज ने 50 साल की वकील और भाजपा नेत्री से रचाई शादी

राँची:प्‍यार अंधा होता है। यह ना उम्र देखता है और नाही जात। और  जब प्‍यार परवान चढ़ता है तो समाज की बंद‍िशों को भी दरक‍िनार कर फैसले लेता हैं। ऐसा ही कुछ देखने को म‍िला गोड्डा में। जहां 59 वर्ष के युवा जज श‍िवपाल स‍िंह ने 50 वर्ष की अपनी प्रेम‍िका नूतन त‍िवारी संग व‍िवाह रचा ल‍िया। ज‍िले में इसकी खूब चर्चा हो रही है। चौक चौराहे व चाय की दुकान पर लोग इसकी ही बात कर रहे है। हो भी क्‍यों न। बात ही जरा हटके है। र‍िटायर्मेंट की उम्र में शादी!झारखंड के गोड्डा में एक रोचक प्रेम प्रसंग का मामला सामने आया है. यहां एक वकील और जज के बीच पहले प्यार हुआ और अब दोनों ने शादी रचा ली. जज 59 साल के हैं और वे 9 साल छोटी वकील और बीजेपी नेत्री दुल्हन के साथ शादी के बंधन में बंधे हैं. दूल्हा बने जज चारा घोटाले में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को सजा सुनाकर चर्चा में आए थे. जज सिंह का अगले साल रिटायरमेंट होने जा रहा है.

कहते हैं बार और बेंच में एक खास किस्म की दूरी होती है- एक डिफरेंस होता है. लेकिन प्रेम में ऐसी शक्ति है जो किसी भी दूरी को पाट देता है. जी हां, चारा घोटाले जैसे चर्चित मामले में लालू प्रसाद यादव को सजा सुनाने वाले कड़क मिजाज जज शिवपाल सिंह (59 साल) भी प्यार में अपना दिल दे बैठे. उन्होंने यहां तेजतर्रार महिला वकील नूतन तिवारी (50 साल) से शादी रचा ली है. नूतन को झारखंड में तेजतर्रार भाजपा नेत्री के रूप में जाना जाता है.
गोड्डा के एक वकील इस शादी के साक्षी बने. उन्होंने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि जज शिवपाल सिंह की पत्नी का करीब दो दशक पहले देहांत हो गया था. गोड्डा की तेजतर्रार भाजपा नेत्री और बार एसोसिएशन की वरिष्ठ अधिवक्ता नूतन तिवारी के पति का भी कुछ साल पहले देहांत हो गया था. अच्छी बात यह है कि दोनों ने अपने परिवार की रजामंदी से ये शादी की है. जज शिवपाल सिंह के दो बेटे हैं और नूतन तिवारी का भी एक बेटा है.

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ऐसे हुई थी दोनों की मुलाकात:श‍िवपाल व नूतन आज एक-दूजे के हो गए। जज साहब ने नूतन की मांग स‍िंदूर से भर दी है। साहेब के साथ नूतन भी गोड्डा ज‍िला कोर्ट में अपनी सेवा देती थी। दोनों की जान-पहचान यही से हुई। एक ही पेशे में होने के कारण दोनों के बीच नजद‍िक‍ियां बढ़ीं। कुछ द‍िन के बाद ये नजद‍िक‍ियां दोस्‍ती में बदली। दोस्‍ती प्‍यार में। और यह प्‍यार बंध गया जन्‍मों-जन्‍मों के बंधन में। अधिवक्ता सर्वजीत झा ने बताया कि जब जिला जज से इसकी सच्चाई जाननी चाही तो उन्होंने विवाह की पुष्टि की। सर्वजीत झा ने यह भी कहा कि जिला जज अभी रांची आवास में थे। अब वो गोड्डा आ गए है।

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