गांधी नगर:गुजरात के मोरबी में पुल हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को घटनास्थल पर पहुंचने वाले हैं। इससे पहले सोमवार को वह गुजरात के बनासकांठा में कुछ प्रोजेक्ट का उद्घाटन करने पहुंचे थे। जनसभा को संबोधित करते हुए वह भावुक हो गए। भाषण के दौरान उनकी आंखें नम हो गईं। एकता दिवस के मौके पर वह केवड़िया में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि मेरा मन करुणा से भरा हुआ है। अस्पताल की इस तरह रंगाई-पुताई किए जाने की विपक्षी दलों ने कड़ी आलोचना की है.मच्छू नदी पर बने केबल सस्पेंशन पुल के गिर जाने के जानलेवा हादसे के बाद प्रधानमंत्री मंगलवार सुबह मोरबी में होंगे. हादसे में जान गंवाने वाले 134 लोगों में से 47 बच्चे थे. 100 से ज़्यादा ज़ख्मी लोगों को इलाज चल रहा है, और इनमें से कई मोरबी के सिविल अस्पताल में भर्ती हैं.
कुछ दीवारों और छत के कुछ हिस्सों को दोबारा पेन्ट किया गया, और नए वॉटर कूलर लगाए गए. दो वॉर्डों में बिस्तरों की चादरें भी बदली गईं, जहां पुल हादसे के लगभग 13 ज़ख्मी लोग भर्ती हैं. देर रात कई लोगों को पूरे परिसर में झाड़ू लगाते भी देखा गया. कायापलट की इस व्यापक कार्यवाही के दौरान दिख रहे पुराने कूलर और क्षतिग्रस्त दीवारें और छत असलियत का बखान करती दिख रही थीं।
शीर्ष सरकारी पदाधिकारियों के दौरों से पहले आमतौर पर किए जाने वाले इस तरह के ‘जीर्णोद्धार’ की आलोचना हो रही है. विपक्षी दलों कांग्रेस तथा आम आदमी पार्टी (AAP) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर प्रधानमंत्री का ‘फोटोशूट’ सुनिश्चित करने के लिए ‘ईवेंट मैनेजमेंट’ में व्यस्त होने का आरोप लगाया है.
हादसे को ‘त्रासदी’ बताते हुए कांग्रेस ने अपने आधिकारिक हैंडल से हिन्दी में ट्वीट किया, “कल PM मोदी मोरबी के सिविल अस्पताल जाएंगे… उससे पहले वहां रंगाई-पुताई का काम चल रहा है… चमचमाती टाइल्स लगाई जा रही हैं… PM मोदी की तस्वीर में कोई कमी न रहे, इसका सारा प्रबंध हो रहा है… इन्हें शर्म नहीं आती…! इतने लोग मर गए और ये ईवेंटबाजी में लगे हैं…”