नई दिल्ली:विश्व के सबसे बड़ी सोशल मीडिया साइट टि्वटर पूरी दुनिया में काफी मकबूल है । दुनिया के ज्यादातर लोग ट्विटर के माध्यम से अपनी बात एक दूसरे तक पहुंचाते हैं । राजनीति से लेकर खेल और दूसरी क्षेत्रों की नामी-गिरामी हस्तियां ट्विटर का इस्तेमाल करती हैं । अब तक ट्विटर के इस्तेमाल पर न तो कोई चार्ज था और ना ही उसके ब्लू टिक वाले अकाउंट पर कोई मासिक शुल्क देना पड़ता था । अब तक एक ते मापदंड के पूरा होने के बाद ट्विटर उस यूजर को ब्लू टिक प्रदान करता था जिसका कोई शुल्क नहीं लिया जा रहा था लेकिन 44 अरब डॉलर में ट्विटर की कमान अपने हाथों में लेने के बाद एलॉन मस्क लगातार नए-नए ऐलान कर रहे हैं। सबसे बड़ा ऐलान और विवाद ट्विटर पर मिलने वाले ब्लू टिक को लेकर है। दुनिया भर में एलॉन मस्क के उस संकेत के बाद बहस छिड़ गई थी जिसमें उन्होंने कहा था कि ब्लू टिक के लिए पैसे देने होंगे। इसे लेकर कयास भी थे और मस्क ने भी 20 डॉलर प्रति माह भुगतान के संकेत दिए थे।लेकिन मंगलवार रात उन्होंने ट्वीट कर सारे कयासों पर लगाम लगाते हुए ऐलान कर दिया कि अब ट्विटर पर ब्लू टिक हासिल करने के लिए यूजर्स को 8 डॉलर प्रति माह चुकाने होंगे।उन्होंने कहा है कि ट्विटर का अमीर-गरीब के बीच फर्क वाला सिस्टम कि किसे ब्लू टिक मिलेगा किसे नहीं, एकदम बकवास है। अब जिसे भी ब्लू टिक चाहिए, हर महीने 8 डॉलर चुका कर हासिल किया जा सकता है।
Twitter’s current lords & peasants system for who has or doesn’t have a blue checkmark is bullshit.
Power to the people! Blue for $8/month.
Advertisement— Elon Musk (@elonmusk) November 1, 2022
यानी अब ट्विटर पर ब्लू टिक धारी यूजर को प्रत्येक माह $8 अदा करने होंगे। अब ट्विटर का ब्लू टिक अकाउंट निशुल्क ना होकर शुल्क वाला हो गया है। हालांकि यह शुल्क भारत में कितना लेगा इसकी अभी तक एलन मस्क या ट्विटर के द्वारा कोई अधिकारी घोषणा नहीं की गई है लेकिन जाहिर है कि जब ट्विटर ने ब्लू टिक वाले अकाउंट होल्डर से हर महीने $8 वसूलने का फैसला कर लिया है तो देर सवेर यह भारत पर भी लागू होगा और यहां के भी ब्लूटिक धारी ट्विटर यूजर को शुल्क का भुगतान करना ही होगा।
भारत में यूजर्स को ट्विटर का ब्लू टिक हासिल करने या ट्विटर ब्लू के लिए कितने रुपए चुकाने होंगे, यह फिलहास स्पष्ट नहीं है, क्योंकि मस्क ने खुद ही कहा है कि जो कीमत तय की गई है वह किसी देश विशेष की खरीदारी की क्षमता के आधार पर होगी। वैसे बता दें कि आम तौर पर अन्य सेवाओं के सब्सक्रिप्शन अमेरिका जैसे देशों मेंं महंगे होते हैं, लेकिन भारत में उनकी कीमत कम होती हैं। मसलन नेटफ्लिक्स और अमेजन प्राइम की सेवाएं में भारत में अमेरिका के मुकाबले काफी सस्ती दरों पर मुहैया होती हैं।