पटना:कहते हैं की एक बाप जब अपनी औलाद को पालता पोस्ता है तो उसकी ख्वाहिश बस इतनी सी होती है की उसकी औलाद आगे चलकर नाम कमाए और अपने साथ पिता माता और परिवार का नाम रोशन करें। ऐसे में जब एक पिता अपनी बुढ़ापे में कई बीमारियों का शिकार हो तो उस वक्त भी उसे अपनी औलाद की जरूरत महसूस होती है। देखरेख के लिए भी औलाद से बढ़कर कोई दूसरा नहीं होता। और जब वही औलाद अपने बूढ़े मां-बाप को जिंदगी देने के लिए आगे आती है तो यह किसी चमत्कार से कम नहीं होता। कुछ ऐसा ही फर्ज निभाने की तैयारी कर रही है बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की पुत्री रोहिणी आचार्य।खबरों के अनुसार रोहिणी आचार्य ने अपने पिता के किडनी देने का फैसला किया है।आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद के स्वास्थ्य से जुड़ी इस वक्त की ताजा खबर समाने आ रही है। कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य उन्हें अपनी किडनी देंगी। लालू पिछले दिनों सिंगापुर गए थे,जहां के डॉक्टरों ने उन्हें किडनी ट्रांसप्लांट कराने की स्वीकृति दे दी है। इसको लेकर तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं। ऐसे में सिंगापुर में अपने परिवार के साथ रहने वाली रोहिणी ने अपने पिता लालू प्रसाद को किडनी डोनेट करने का फैसला लिया है।
आरजेडी सुप्रीमो (RJD Supremo) लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) बहुत जल्द किडनी ट्रांसप्लांट (Lalu Yadav Kidney Transplant) के लिए सिंगापुर (Singapore) जा सकते हैं. सबसे बड़ी बात है कि सिंगापुर में रहने वाली उनकी बेटी रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya) अपने पिता को अपनी किडनी देंगी. लालू प्रसाद यादव कई बीमारियों से जूझ रहे हैं. किडनी प्रत्यारोपण के लिए डॉक्टरों ने अनुमति दे दी है. हाल ही में लालू प्रसाद यादव सिंगापुर से लौटे हैं और वो अभी दिल्ली में हैं.
फर्स्ट बिहार डॉट कॉम की रिपोर्ट के अनुसार दरअसल, आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद बीते 12 अक्टूबर को किडनी ट्रांसप्लांट के सिलसिले में सिंगापुर गए थे। लालू प्रसाद के साथ उनकी पत्नी राबड़ी देवी और उनकी बड़ी बेटी मीसा भारती भी सिंगापुर गई थीं। लालू के सिंगापुर पहुंचने के दो दिन बाद ही डाक्टरों ने लालू की जांच की थी और उन्हें किडनी ट्रांसप्लांट की स्वीकृति दे दी थी। इस दौरान लालू की दूसरी बेटी रोहिणी आचार्य की भी जांच हुई थी। इसके बाद लालू प्रसाद वापस दिल्ली लौट गए थे।
जागरण मीडिया ने भी अपनी रिपोर्ट में इस खबर को लेकर दावा किया है. कहा है कि लालू प्रसाद यादव को उनकी बेटी ने ही किडनी देने का फैसला किया है. रोहिणी आचार्य लालू-राबड़ी की दूसरी बेटी हैं. बताया गया है कि 20 से 24 नवंबर के बीच लालू कभी भी सिंगापुर पहुंच सकते हैं. रिपोर्ट के अनुसार लालू अपनी बेटी से किडनी लेने के पक्ष में बिल्कुल नहीं थे. रोहिणी ने उन्हें किसी तरह तैयार किया है.
रोहिणी आचार्य ने पिता लालू प्रसाद को अपनी किडनी देना का फैसला लिया है। हालांकि लालू इसके लिए तैयार नहीं थे लेकिन रोहिणी ने अपने पिता लालू प्रसाद को इसके लिए तैयार कर लिया है। लालू के बीमार होने के बाद से ही वे लगातार अपने परिवार पर दबाव बना रही थीं कि लालू का इलाज सिंगापुर में कराया जाए। दिल्ली एम्स के डाक्टरों ने लालू प्रसाद को किडनी ट्रांसप्लांट की सलाह नहीं दी थी, लेकिन सिंगापुर में डाक्टरों ने जांच के बाद सबकुछ ठीक पाया और उन्हें स्वीकृति दे दी। संभावना जताई जा रही है कि लालू प्रसाद 24 नवंबर से पहले किडनी ट्रांसप्लांट के लिए सिंगापुर जा सकते हैं।