नई दिल्ली:इस वक्त पत्रकारिता के लिए बड़ी खबर आ रही है । खबरों के अनुसार एनडीटीवी (NDTV) के संस्थापक प्रणय रॉय और राधिका रॉय ने आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड से इस्तीफा दे दिया है. खबरों के अनुसार एनडीटीवी ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को प्रणय रॉय और राधिका रॉय के इस्तीफे की जानकारी दी है. इसमें बताया गया कि प्रणय और राधिका ने कंपनी के डायरेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया है. यह आज से ही प्रभावी होगा.कंपनी की ओर से जो बयान जारी किया गया है उसमे कहा गया है कि RRPRH ने सुदीप्त भट्टाचार्य, संजय पुगलिया, सेंथि सिन्निया चेंगलवरयन को बोर्ड का नया डायरेक्टर तत्काल प्रभाव से नियुक्त किया है। बता दें इससे पहले अगस्त माह में विश्वप्रधान कॉमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड (VCPL) एनडीटीवी की प्रमोटर कंपनी RRPR की 99.5 फीसदी हिस्सेदारी को खरीद लिया था। VCPL एएमजी मीडिया नेटवर्क्स लिमिटेड की सब्सिडरी कंपनी है जिसमे 100 फीसदी हिस्सेदारी अडानी इंटरप्राइजेज लिमिटेड की है।प्रणव राय और राधिका राय के एनडीटीवी के प्रमोटर के रूप में इस्तीफा देने के बाद संजय पुगलिया, सुदीप्ता भट्टाचार्य, सेंथिल सिनेया चेंगलवार्यन को तत्काल प्रभाव से आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड के बोर्ड में डायरेक्टर नियुक्त किया गया है. बताते चलें कि अडानी ग्रुप ने सोमवार को एनडीटीवी में 29.18 प्रतिशत हिस्सा अधिग्रहित कर लिया था.
26 फीसदी लिए ओपन ऑफर
इससे पहले एनडीटीवी की प्रमोटर कंपनी ने सोमवार को कहा था कि उसने अपनी इक्लिटी पूंजी के 99.5 फीसदी शेयरों को अडानी ग्रुप के स्वामित्ल वाली वीसीपीएल को ट्रांसफर कर दिए हैं. इन शेयरों के ट्रांसफर से अडानी ग्रुप को एनडीटीवी में 29.18 फीसदी हिस्सेदारी मिल जाएगी. वहीं, अडानी ग्रुप ने एनडीटीवी में और 26 फीसदी हिस्सेदारी के लिए मार्केट में ओपन ऑफर लाने का ऐलान किया था. इसके साथ ही अडानी ग्रुप ने 26 फीसदी अतिरिक्त हिस्सेदारी के लिए भी खुली पेशकश की है, जो पांच दिसंबर तक समाप्त हो जाएगा.
अगस्त में अधिग्रहण करने का किया था ऐलान
बता दें कि अडानी ग्रुप ने अगस्त में ही विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड का अधिग्रहण करने का ऐलान किया था। आपको बता दें कि विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड ने ही साल 2009 और 2010 में एनडीटीवी के बिजनेस प्रमोटर आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड को 403.85 करोड़ रुपये उधार के तौर पर दिए थे। इसके बदले में कर्जदाता से किसी भी समय एनडीटीवी में 29.18 प्रतिशत हिस्सेदारी लेने का प्रावधान रखा गया था। अब अडानी ग्रुप कंपनी अतिरिक्त 26 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए खुली पेशकश लाया है।
रोकने की कोशिश नाकाम
इससे पहले कभी सेबी (Securities and Exchange Board of India) का हवाला तो कभी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (IT Department) की दुहाईदी गई। अडानी ग्रुप (Adani Group) को रोकने के लिए NDTV सारे हाथ-पांव मारे। जिस दिन से अडानी ग्रुप ने एनडीटीवी के अधिग्रहण का ऐलान किया है तब से यह कवायद जारी थी। अडानी समूह ने 23 अगस्त को वीसीपीएल (VCPL) के जरिये मीडिया कंपनी में 29.18 फीसदी हिस्सेदारी के अधिग्रहण की घोषणा की थी। साथ ही अतिरिक्त 26 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए ओपन ऑफर लाने को कहा था। वीसीपीएल की आरआरपीआर होल्डिंग (RRPR Holdings) में 99.99 फीसदी हिस्सेदारी है। यह अब अडानी ग्रुप की कंपनी है। आरआरपीआर होल्डिंग NDTV की प्रमोटर है। अडानी ग्रुप के ऐलान के पहले ही दिन एनडीटीवी ने कहा था कि इसके बारे में उसे कोई जानकारी नहीं है। फिर उसने बाजार नियामक सेबी को बीच में डाला।इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का एंगल लाई।