पटना: अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन, ऐपवा की राज्य अध्यक्ष सरोज चौबे व राज्य सचिव शशि यादव के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय जांच टीम ने हांसाडीह की पुलिस लाठी चार्ज व हत्या की घटना की जांच की। जांच टीम में उमा यादव, उमा देवी व धर्मशीला देवी , भाकपा -माले के प्रखण्ड सचिव कामरेड राकेश, जिला कमिटी सदस्य विनेश चौधरी, नागेश्वर पासवान, संजय पासवान, प्रखण्ड कमिटी सदस्य कपिल पासवान आदि शामिल थे। जांच टीम ने पाया कि मसौढ़ी थाना एवं आबकारी थाना ने मिलकर 9 दिसंबर को 7.30 बजे शाम में अचानक हांसाडीह गांव पर धावा बोल दिया और जवाहर चौधरी का मार कर माथा फोड़ दिया एवं उनकी पत्नी सोनवा देवी की पुलिस पिटाई से मौत हो गई। इसके अलावा दर्जनों महिला- पुरूष की बर्बर पिटाई की गई। आज भी उनके उनके पूरे बदन पर घाव व काले दाग देखें जा सकते हैं। हद तो तब हो गई ,जब बिना महिला पुलिस के महिलाओं की पिटाई की गई यहां तक कि महिलाओं की साड़ी खुल गई।
ग्रामीणों ने जाँच टीम को बताया कि शिवरतन चौधरी व उनके पूरे परिवार पत्नी लीला वती देवी , पतोह कलावती देवी, मिन्ता देवी, गांव की सीता कुमारी, रिंकू देवी, मरछी देवी आदि की बर्बर पिटाई की गई। मुकेश कुमार की दुकान का सामान तहस -नहस कर दिया गया। मिन्ता देवी के कान का टाप्स व राकेश कुमार का चैन पुलिस। द्वारा झपट लिया गया।ध्रुव पासवान व राजनारायण को जेल भेज दिया गया।

जांचोपरांत टीम ने माँग किया कि मांग करती है कि बर्बर पुलिस लाठी चार्ज व हत्या के जिम्मेदार मसौढ़ी थाना प्रभारी व आबकारी थाना प्रभारी को अविलंब बर्खास्त कर 302 का मुकदमा दर्ज किया जाए।मृतक परिवार को 10 लाख मुआवजा व सरकारी नौकरी दिया जाए।मुकेश कुमार की दुकान के नुकसान की छतिपूर्ति की जाए।
अंत में कहा गया कि यदि मांगें नहीं मानी गई तो ऐपवा पटना जिला इकाई 17 दिसंबर 2022 को पूरे पटना के अनुमंडल मुख्यालय पर प्रतिरोध मार्च किया जाएगा*ल।