पटना : राजधानी के कुम्हरार स्थित जिन्नाती मस्जिद स्थित हजरत आमना बुआ रहमतुल्लाह अलैह की दरगाह पर उर्स का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में हजरत आमना बुआ रहमतुल्लाह अलैह के मानने वालों ने भाग लिया।इस अवसर पर बिहार राज्य शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष और और जदयू के वरिष्ठ नेता इरशाद अली आजाद ने विशेष रूप से शिरकत की और चादर पोशी की।इस मौके पर आजाद ने कहा कि जिन्नाती मस्जिद अजीमाबाद शहर की सबसे पुरानी मस्जिदों में से एक है और यहां हजरत आमना बुआ रहमतुल्लाह अलैह का मज़ार है. यहां हर साल उर्स का आयोजन किया जाता है और अकीदतमंद यहां चादर पोशी करने आते हैं।इरशाद अली आजाद ने आगे कहा कि इस्लाम के प्रचार प्रसार में महिलाओं ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।हजरत आमना बुआ रहमतुल्लाह अलैह भी उनमें से एक थी और उन्हें ख़ुदा की जानिब से ख़ुसूसी ताक़त हासिल थी।उन्होंने इस्लाम का प्रचार किया और सैकड़ों लोगों को इस्लाम में दाख़िल कराया और इबादत करना सिखाया।
उन्होंने कहा कि उर्स मुबारक का आयोजन इसलिए भी जरूरी है ताकि मुसलमान इस उर्स में आएं और अल्लाह की बन्दगी सीखें और एक सच्चे मुसलमान की तरह अपना जीवन व्यतीत करें।उन्होंने उर्स का आयोजन करने वाले फूल मुहम्मद का भी धन्यवाद किया।
हजरत आमना बुआ के उर्स में शिया वक़्फ़ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन की चादरपोशी
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