पटना: राजस्थान, छत्तीसगढ़ , झारखंड ,पंजाब की तरह बिहार में भी पुरानी पेंशन योजना लागू हो, इसके लिए मानवाधिकार दिवस के अवसर पर 10 दिसंबर 2022 से पूरे बिहार में हस्ताक्षर अभियान चल रहा है । उसी क्रम में आज आईटीआई दीघा घाट पटना में महासंघ गोप गुट के जिला सचिव मनोज कुमार यादव के नेतृत्व मे हस्ताक्षर अभियान चलाया गया ।हस्ताक्षर अभियान चलाने के पूर्व एनएमओपीएस बिहार के राज्य अध्यक्ष वरुण पांडे ने आईटीआई के कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि पुरानी पेंशन बुढ़ापे के लिए बहुत ही जरूरी है ।सरकारी कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के बाद पुरानी पेंशन पर ही आश्रित रहना पड़ता है ।पुरानी पेंशन नहीं मिलने से सेवानिवृत्ति के बाद का जीवन काफी कष्टदायक हो जाएगा और वह सम्मान भी नहीं मिल पाएगा जो नौकरी काल में मिला करता है ।इसलिए सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन निश्चय ही मिलना चाहिए इसके लिए बिहार के कर्मचारी शिक्षक पूरी ताकत लगाएंगे ।
श्री पांडे ने राज्य के मुख्यमंत्री एवं उपमुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि महागठबंधन के घोषणा के अनुरूप राज्यकर्मियों – शिक्षकों को पुरानी पेंशन लागू कर देना चाहिए।राज्य के कर्मचारी को 30- 35 साल नौकरी करने के बाद नई पेंशन योजना का लाभ मिलेगा जबकि माननीय विधायक – सांसद को आजीवन पुरानी पेंशन का लाभ दिया जाता है जो न्यायोचित नहीं है ।महासंघ गोप गुट पटना के जिला सचिव सह एन० एम० ओ० पी० एस० के उपाध्यक्ष मनोज कुमार यादव ने कहा अभी यह हस्ताक्षर अभियान आंदोलन का प्रथम चरण है इसके बाद और व्यापक तैयारी की जाएगी एवं आवश्यकता पड़ने पर पटना में पेंशन महारैली का भी आयोजन किया जाएगा और इसके लिए राज्य के अन्य कर्मचारियों के साथ-साथ आईटीआई के कर्मचारियों को भी तैयार रहने की आवश्यकता पर बल दिया ।इस आशय की जानकारी महासंघ गोप गुट पटना के जिला सचिव सह एन० एम० ओ० पी० एस० के उपाध्यक्ष मनोज कुमार यादव ने दी ।