नई दिल्ली:काँग्रेस पार्टी और उसकी सरकार के द्वारा जनहित में लगातार कार्य किये जा रहे हैं।इसी कड़ी में हिमाचल प्रदेश सरकार ने अनाथ बच्चों के लिए 101 करोड़ रुपये का फंड बनाया है। यह पहली जनवरी यानी आज से प्रभावी होगा। हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि यह फंड सूबे के अनाथ बच्चों की शिक्षा एवं अन्य जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगा। खबरों के अनुसार कांग्रेस के सभी विधायकों ने इस फंड के लिए अपना पहला वेतन देने का फैसला किया है। मैं भाजपा विधायकों से भी इसमें योगदान करने की गुजारिश करता हूं। रिपोर्टों के मुताबिक, सूबे में करीब 6 हजार बच्चे अनाथालयों में पल बढ़ रहे हैं। प्रदेश सरकार 12वीं तक तो इन बच्चों को सहारा देती है।
इस सिलसिले में हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कोई बच्चा यदि आगे पढ़ना चाहता है तो उसके मन में किसी भी तरह शंका नहीं होनी चाहिए। बच्चा यदि पढ़ाई या कोई अन्य कोर्स करना चाहता हो तो उसे निराश नहीं किया जाएगा। इसके लिए हमने एक कोष बनाने का फैसला किया है। इस कोष का नाम ‘मुख्यमंत्री सुखाश्रय कोष’ होगा। इसमें 101 करोड़ के बजट का तुरंत प्राविधान होगा। कांग्रेस के सभी विधायक अपनी पहली सेलरी से एक लाख रुपये इस कोष में दान करेंगे। भाजपा विधायकों से भी इसमें मदद करने की अपील है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चे किसी की दया पर निर्भर नहीं होंगे। इस फंड की नोडल एजेंसी सामाजिक कल्याण विभाग होगा। इस फंड को मेडिकल कॉलेज, इंजीनयरिंग कॉलेज आदि संस्थानों में भी पढ़ाई कर रहे छात्रों पर भी खर्च किया जाएगा। इस फंड को एकल नारियों की मदद के लिए भी खर्च किया जाएगा। सरकार बनने के बाद सुक्खू सरकार का यह पहला बड़ा कदम है। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि हिमाचल प्रदेश को एक ‘मल्टी-मॉडल’ संपर्क परियोजना के लिए पीएम गति शक्ति योजना के तहत 42 करोड़ रुपये का अनुदान मिला है।