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मणिपुर हिंसा भाजपा सरकार की असफल नीति का नतीजा, जल्द हो शांति बहाली: इरशाद अली आजाद

पटना(प्रेस विज्ञप्ति) मणिपुर में जारी हिंसा और मौत पर चिंता व्यक्त करते हुए जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश महासचिव और बिहार स्टेट शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन इरशाद अली आजाद ने केंद्र की मोदी सरकार पर विफल होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि खुद की सरकार को सशक्त और मजबूत सरकार बताने का ढिंढोरा पीटने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह अपनी विफलता छुपाने के लिए कभी संप्रदायिकता को हवा देते हैं तो कभी विपक्ष को जिम्मेदार ठहराते हैं जबकि हकीकत यह है कि केंद्र सरकार की आंतरिक पॉलिसी पूरी तरह नाकाम है।

जदयू के सीनियर लीडर ने कहा कि मणिपुर की हिंसा केंद्र और मणिपुर की भारतीय जनता पार्टी की सरकारों की गलत पॉलिसी का नतीजा है। जरूरत इस बात की थी कि मणिपुर के हालात को काबू करने के लिए उचित समय पर कदम उठाया जाता लेकिन प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह मणिपुर के हालात को संभालने के बजाय कर्नाटक चुनाव में बजरंग दल और बजरंगबली का खेल खेल रहे थे। मणिपुर की भाजपा की राज्य सरकार खामोश तमाशाई बनी रही। लोगों के घर जल रहे थे और जानें जा रही थीं लेकिन कोई उचित कार्यवाही नहीं हो रही थी जिसका नतीजा है कि आज भी मणिपुर के लोग असुरक्षा के माहौल में जिंदगी व्यतीत करने को मजबूर हैं।

 

बिहार स्टेट शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन ने कहा कि अभी भी समय है कि केंद्र की मोदी सरकार अपने राजनीतिक नफा नुकसान को दरकिनार करके जनहित में मजबूत फैसले ले और मणिपुर की हिंसा के दोषियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही करें चाहे कसूरवार भाजपा के मणिपुर के लोग ही क्यों ना हों।
जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश महासचिव ने मणिपुर में अशांति फैलाने वाले असामाजिक तत्वों पर तुरंत लगाम लगाने की मांग ताकि लोग के जानमाल की रक्षा हो सके और मणिपुर में शांति बहाल हो सके।

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