पटना : राज्य में आने वाले पर्यटक जल्द ही पर्यटन स्थलों के आसपास गांव-घर में रुकेंगे। इसके लिए आमलोगों के घरों के ही एक हिस्से को गेस्ट हाउस का रूप दिया जाएगा। पर्यटन विभाग ने इस होम स्टे योजना का विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर लिया है। जल्द ही इसे राज्य कैबिनेट से मंजूरी मिलने की उम्मीद है।
विभागीय सूत्रों के अनुसार, शहरी क्षेत्र में पर्यटन केंद्र से अधिकतम पांच किमी जबकि ग्रामीण इलाकों में अधिकतम दस किमी की परिधि में आने वाले घर इस योजना के तहत जुड़ सकते हैं। होम स्टे योजना से जुडऩे के लिए मकान मालिकों को पर्यटन विभाग से निबंधन कराना होगा। निबंधन में यह देखा जाएगा कि पर्यटन स्थल से संबंधित गांव-घर की दूरी कितनी है, कितने कमरों का घर है, वहां कौन-कौन सी सुविधाएं हैं, सड़क से दूरी कितनी है और सबसे अहम सुरक्षा-सफाई की क्या व्यवस्था है। पर्यटन विभाग के मानक पर खरा उतरने के बाद ही होम स्टे योजना के तहत निबंधन होगा, जिसके बाद पर्यटक वहां रुक सकेंगे।
योजना में शामिल ग्रामीणों को पर्यटन निगम के द्वारा प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। होम स्टे योजना के अंतर्गत रुकने वाले पर्यटकों से कैसे बात करनी है, उनसे कैसा व्यवहार करना है, इसकी जानकारी दी जाएगी। पर्यटकों के खाने, परिवहन और अन्य सुविधाओं में भी ग्रामीणों का सहयोग लेने की योजना है।
विभाग के अनुसार, इस योजना का उद्देश्य पर्यटकों को पर्यटन केंद्रों के आसपास सस्ती दर पर आवासन की सुविधा उपलब्ध कराना तो है ही, ग्रामीण इलाकों में रोजगार उपलब्ध कराना भी है। इसके अलावा पर्यटन केंद्रों के आसपास रहने और ग्रामीण इलाकों में रुकने पर पर्यटक भी कुछ नया अनुभव हासिल करेंग