हर साल 29 अगस्त को भारत में नेशनल स्पोर्ट्स डे मनाया जाता है। यह दिन भारत के महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है, जो तीन ओलंपिक स्वर्ण पदकों (1928, 1932, 1936) के साथ भारत को हॉकी में विश्व मंच पर स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्हें “हॉकी के जादूगर” के रूप में जाना जाता है और उनकी खेल प्रतिभा आज भी सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
नेशनल स्पोर्ट्स डे का मुख्य उद्देश्य खेलों के प्रति लोगों के उत्साह को बढ़ावा देना और देशभर में खेलों के महत्व को उजागर करना है। इस दिन, देशभर में विभिन्न खेल आयोजन, प्रतियोगिताएं, और समारोह आयोजित किए जाते हैं। स्कूलों, कॉलेजों, और विश्वविद्यालयों में भी खेल से संबंधित गतिविधियों का आयोजन किया जाता है, जिससे छात्रों में खेल के प्रति रुचि बढ़ती है।
वहीं इस मौके पर युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने नई दिल्ली के मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम में हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री डॉ. मंडाविया ने पत्रकारों से कहा कि देश के नागरिकों को फिट और स्वस्थ रहना चाहिए। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि एक स्वस्थ नागरिक एक स्वस्थ समाज का निर्माण करता है और एक स्वस्थ समाज एक समृद्ध देश का निर्माण करता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अवसर पर मेजर ध्यानचंद को श्रद्धांजलि दी और कहा कि “खेल न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं, बल्कि यह मानसिक और सामाजिक विकास के लिए भी आवश्यक हैं।” उन्होंने देश में खेलों को और अधिक प्रोत्साहन देने की प्रतिबद्धता भी जताई।
नेशनल स्पोर्ट्स डे पर खेल जगत के उत्कृष्ट खिलाड़ियों को राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जाता है, जिसमें राजीव गांधी खेल रत्न, अर्जुन पुरस्कार, और द्रोणाचार्य पुरस्कार प्रमुख हैं। ये पुरस्कार उन खिलाड़ियों और कोचों की असाधारण उपलब्धियों को पहचानने और सराहने के लिए दिए जाते हैं, जिन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन किया है।