PATNA:जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) की नई राज्य कार्यकारिणी की पहली बैठक संपन्न हुई, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महत्वपूर्ण संबोधन दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी का एकमात्र लक्ष्य 2025 का विधानसभा चुनाव जीतना है। नीतीश कुमार ने पार्टी नेताओं को निर्देश देते हुए कहा कि उन्हें अभी से जुट जाना चाहिए और जो काम उन्होंने किया है, उसे गांव-गांव तक पहुंचाना होगा। उन्हें लोगों को यह बताने की आवश्यकता है कि पहले स्थिति क्या थी और अब बिहार की क्या हालत है।मुख्यमंत्री ने कहा कि 2025 में अधिक से अधिक सीटें जीतने के लिए रणनीति पर काम करना होगा। जेडीयू के प्रदेश पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने दोहराया कि अब इधर-उधर जाने का कोई सवाल नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने दो बार गलती की है, और अब राजद के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा। साथ ही, केंद्र सरकार से मिल रहे सहयोग का भी उन्होंने उल्लेख किया।बैठक के समापन के बाद, पार्टी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा ने बताया कि मुख्यमंत्री ने 45 मिनट तक भाषण दिया, जिसमें उन्होंने कई महत्वपूर्ण टिप्स दिए। उन्होंने बताया कि जेडीयू सकारात्मक वोट मांगने के लिए जाएगी और भावना भड़काने से बचने की कोशिश करेगी। इसके अलावा, उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा विशेष पैकेज दिए जाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद भी किया।बैठक में संगठन संबंधी प्रस्ताव पेश किए गए, जिसमें यह महसूस किया गया कि समता पार्टी के पुराने पदाधिकारी और कार्यकर्ता अभी भी पार्टी के साथ हैं, लेकिन किसी वजह से सक्रिय नहीं हैं। इसके लिए ‘सम्मान संवाद’ कार्यक्रम चलाने की आवश्यकता बताई गई।राज्य कार्यकारिणी ने ‘संगत-पंगत’ कार्यक्रम का भी प्रस्ताव रखा, जिससे एनडीए के सहयोगी दलों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित किया जा सके। इस कार्यक्रम के माध्यम से कार्यकर्ता आपस में मिलते-जुलते रहेंगे, जिससे गलतफहमियों की गुंजाइश कम होगी।राजनीतिक प्रस्ताव में कहा गया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में विधानसभा-2025 लड़ा जाएगा। कार्यकारिणी ने संकल्प लिया कि वे ऐतिहासिक विजय प्राप्त करेंगे और फिर से एनडीए सरकार बनाएंगे। प्रस्ताव में यह भी उल्लेख किया गया कि नौकरी और रोजगार का मतलब नीतीश कुमार हैं, और उनके प्रयासों से बिहार में विकास दर 14.47 तक पहुंच चुकी है।बैठक में खुशी का इजहार किया गया कि प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने बिहार को विशेष पैकेज देना शुरू किया है, जिससे राज्य का विकास और तेज होगा। जेडीयू ने प्रधानमंत्री मोदी को कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित करने पर बधाई दी और इसे बिहार के संघर्षशील राजनीतिक कर्मियों के लिए गर्व का विषय बताया।इस बैठक का मुख्य उद्देश्य मिशन-2025 के तहत प्रभावकारी रणनीति और कार्यक्रम तैयार करना था, ताकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक विजय प्राप्त की जा सके।
नौकरी और रोजगार का मतलब नीतीश कुमार
राज्य कार्यकारिणी की बैठक में नीतीश कुमार की सरकार में हुए कार्यों को केंद्र में रख कई राजनीतिक प्रस्ताव लिए गए। यह कहा गया कि जदयू का यह मानना है कि नौकरी और रोजगार का मतलब है नीतीश कुमार। अब तक 10 लाख युवाओं को विभिन्न विभागों में नौकरी दी गई है। आगे भी बड़ी संख्या में रिक्तियों पर काम जारी है। इससे युवाओं का भविष्य सुरक्षित होगा।
विकास दर 14.47 प्रतिशत तक पहुंची
प्रस्ताव में यह कहा गया कि नीतीश कुमार की सरकार में विकास के मामले में बिहार ने जो छलांग लगाई है उसी का यह परिणाम है कि आज बिहार की विकास दर 14.47 प्रतिशत तक पहुंच गई है। यदि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा या फिर विशेष पैकेज मिल गया होता तो यह अब तक देश के समृद्ध व विकसित राज्यों की श्रेणी में पहुंच गया होता। वैसे मुख्यमंत्री के आग्रह पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार को विशेष पैकेज देना आरंभ किया है।
नीतीश कुमार को दी गई बधाई
लोकसभा चुनाव में जदयू के प्रदर्शन के लिए जदयू की राज्य कार्यकारिणी ने नीतीश कुमार को बधाई दी। इसे राजनीतिक प्रस्ताव का हिस्सा बनाया गया। कहा गया कि जदयू की उपलब्धि ने केंद्र की सरकार के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस परिणाम ने मिशन 2025 के लिए पटकथा भी तैयार कर दी है। विधानसभा की 77 सीटों पर जदयू प्रथम स्थान पर रहा है। यह आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए शुभ संकेत है।