पटना (प्रेस विज्ञप्ति) हकीम मो शफ़ाअत करीम ने कहा कि गठिया रोग का सर्वोत्तम इलाज यूनानी चिकित्सा पद्धति में उपलब्ध है। गठिया, जिसे आमतौर पर जोड़ों के दर्द के नाम से जाना जाता है, आमतौर पर पैर की उंगलियों में होता है या इस बीमारी में कोई छोटा जोड़ प्रभावित होता है। जोड़ों में सूजन देखी जा सकती है और इसका स्पर्श थोड़ा गर्म होता है और देखने में थोड़ी लालिमा होती है और अक्सर इस रोग के रोगियों का दर्द रात के समय में बढ़ जाता है जो इस रोग की एक विशेषता है। ऐसे मरीजों में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है।
प्रसिद्ध एवं लोकप्रिय हकीम मो शफ़ाअत करीम ने आगे कहा कि भारत में इस रोग का इलाज एलोपैथी, होम्योपैथी और आयुर्वेद जैसी पद्धति द्वारा किया जाता है और इलाज की अलग-अलग पद्धतियों से अलग-अलग रोगियों को लाभ होता है, लेकिन यूनानी पद्धति में यह रोग उपचारात्मक, सस्ती, आसान और प्रभावी है। और हानिरहित उपचार रोगियों के लिए अधिक लाभदायक है। यूनानी चिकित्सा में हंजल और सुरंजान के प्रयोग से रोग जल्दी ठीक हो जाता है। इसके अतिरिक्त अन्य शामक औषधियों, तथा यकृत सुधार तथा आहार सुधार के द्वारा रोग से पूर्ण राहत प्राप्त की जा सकती है। टिकोर, ज़माद, भपारा और तेल का उपयोग बाहरी तौर पर किया जाता है। यूनानी उपचार जिसे हकीमी उपचार भी कहा जाता है, एक सरल, सस्ता और सुरक्षित उपचार है जो धीरे-धीरे पढ़े-लिखे लोगों की पसंद बनता जा रहा है। चूँकि दुनिया एक बेहतर विकल्प की तलाश में है, यूनानी चिकित्सा निश्चित रूप से एक बेहतर विकल्प के रूप में जनता की सेवा करने के लिए तैयार है।