जहानाबाद: बिहार के जहानाबाद जिले से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। यहां के लगरू मई पंचायत में एक पूर्व मुखिया ने चुनाव में वोट नहीं मिलने के कारण नाराज होकर सरकारी खर्च से बनी सड़क को तोड़ दिया। इस घटना से कई गांवों की आवाजाही प्रभावित हुई है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से शिकायत कर पूर्व मुखिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।पूर्व मुखिया, नागेंद्र यादव उर्फ छोटन यादव, ने सिबल बिगहा गांव में सड़क का निर्माण कराया था। पंचायत चुनाव में हारने के बाद जब वर्तमान मुखिया बिहारी यादव ने उस सड़क का पुनर्निर्माण करने का प्रयास किया, तो पूर्व मुखिया और उनके समर्थकों ने ट्रैक्टर से हल चलाकर सड़क को तोड़ दिया। गांववालों का कहना है कि पूर्व मुखिया ने गुस्से में यह कदम उठाया क्योंकि उन्होंने उसे चुनाव में वोट नहीं दिया।
सड़क टूटने के कारण ग्रामीणों को आने-जाने में कठिनाई हो रही है। उन्होंने DM कार्यालय पहुंचकर अपनी समस्याओं को बताया और पूर्व मुखिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। ग्रामीणों का आरोप है कि पूर्व मुखिया अक्सर उनके साथ गाली-गलौज और मारपीट करता रहता है, और अब उनकी आवाजाही को बाधित कर रहा है।इस मामले पर प्रखंड विकास पदाधिकारी अनिल मिस्त्री ने कहा कि मामला गंभीर है और इसकी जांच की जा रही है। पूर्व मुखिया का कहना है कि सड़क उनकी निजी जमीन पर बनी थी, लेकिन ग्रामीण इसे राजनीतिक प्रतिशोध का मामला मानते हैं।