पटना : सीतामढ़ी से विधायक और नीतीश कुमार की सरकार में मंत्री रहे शाहिद अली खान की पुत्री डा. इकरा अली ने रविवार को जदयू की सदस्यता ग्रहण की। जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा ने पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में डा. इकरा अली को जदयू की सदस्यता दिलायी। जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश ङ्क्षसह कुशवाहा, मंत्री जमा खान व जयंत राज भी इस मौके पर मौजूद थे।
जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा ने इस मौके पर कहा कि डा. इकरा अली जो पेशे से चिकित्सक हैं, जदयू की अगली पीढ़ी की बुनियाद की तरह हैं। पार्टी युवाओं को महत्व देती है। आने वाले समय में कई और नए चेहरे पार्टी में दिखेंगे। शाहिद अली खान पार्टी से लंबी अवधि तक जुड़े रहे। इसलिए डा. इकरा अली के लिए जदयू घर की तरह है। हम इनका स्वागत करते हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जदयू में यह व्यवस्था कर रखी है कि कोई भी आगे बढ़ सकता है। यह ऐसी पार्टी नहीं है जिसमें ऊपर के पांच लोग परिवार के ही रहेंगे।कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा ने कहा कि दिवगंत पूर्व मंत्री शाहिद अली खान हमारे दल में थे। बिहार के कद्दावर नेता थे। डॉ इकरा की घर वापसी हुई है। इनका हम स्वागत करते है। उन्होंने बताया कि इकरा जदयू के सेकेंड जेनरेशन की नींव है। डॉ इकरा एमबीबीएस एमडी है। डॉक्टर बनने के बाद जन सेवा में आई हैं। इनके जदयू में आने से पार्टी बिहार में मजबूत होगी खासकर सीतामढ़ी में।प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि नीतीश मंत्रीमंडल में मंत्री बन स्व शाहिद अली खान जन कल्याण की। उनकी प्रभाव जनमानस पर था। डॉ इकरा के जदयू में शामिल होने से पार्टी मजबूत होगी।
डा. इकरा अली ने इस मौके पर कहा कि वह लगभग 20 साल पहले जदयू दफ्तर में उस समय आयीं थी जब उनके पिता शाहिद अली खान जदयू में शामिल हो रहे थे। राजनीति में वह जिम्मेदारी के साथ आयीं हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हर वर्ग और हर समाज के लिए काम किया है। हर किसी को एक समान दर्जा दिया है। महिलाओं के लिए सबसे अधिक काम हुआ है। डॉ इकरा अली खान ने कहा कि पूरे देश में नीतीश कुमार के नेतृत्व में जदयू एकलौती पार्टी है, जो महिलाओं के उत्थान एवं विकास के लिए कार्य कर रही है। हर क्षेत्र में सभी वर्गों के लिए नीतीश सरकार में जन कल्याणकारी योजनाओं चलाई जा रही है। इस दौरान उन्होंने कहा कि पिता के अधूरे सपनों को साकार करना है। 20 वर्ष पूर्व पिता जी जब जदयू में शामिल हुए थे, तब मैं पिता के साथ जदयू कार्यालय में आई थी। सदस्यता ग्रहण में शामिल होने के लिए सीतामढ़ी के विभन्न प्रखंड से सैकड़ों की संख्या में पहुंचे।