पटना: सहरसा में रविवार को वीआईपी (विकासशील इंसान पार्टी) के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने विशाल आरक्षण यात्रा का आयोजन किया। इस दौरान उन्होंने संत लक्ष्मीनाथ गोसाई कला भवन में आयोजित जनसभा को संबोधित किया। जनसभा में सहनी ने सरकार की बाढ़ प्रबंधन नीतियों और बाढ़ पीड़ितों की अनदेखी पर कड़ी आलोचना की। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को सिर्फ खिचड़ी देने और मात्र सात हजार रुपये की सहायता प्रदान करने के लिए सरकार की निंदा की।
मुकेश सहनी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह अपनी गलतियों को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है और उसकी लापरवाही के कारण ही बाढ़ आई है। उन्होंने कहा कि सरकार बाढ़ पीड़ितों को पर्याप्त राहत नहीं दे रही है और खिचड़ी खिलाकर सिर्फ खानापूर्ति कर रही है, जबकि बाढ़ से लोगों का लाखों का नुकसान हुआ है। सहनी ने यह भी कहा कि अगर सरकार ने बांधों को मजबूत और ऊंचा किया होता, तो इस तरह की तबाही नहीं होती।
वीआईपी प्रमुख ने अपनी पार्टी द्वारा किए जा रहे राहत कार्यों का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि पार्टी पिछले चार-पांच दिनों से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बिरयानी का वितरण कर रही है। उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार सिर्फ खिचड़ी खिला रही है, जबकि बाढ़ पीड़ितों को इससे कहीं अधिक मदद की जरूरत है। सहनी ने वादा किया कि अगर उनकी पार्टी की सरकार बनी, तो बाढ़ पीड़ितों को केवल सात हजार रुपये नहीं, बल्कि पूरा मुआवजा मिलेगा।
आगे अपने राजनीतिक अभियानों पर बात करते हुए सहनी ने बताया कि वह ‘एक साल के लिए सरकार बनाओ, अधिकार पाओ’ अभियान के तहत बिहार के सभी जिलों में यात्रा कर रहे हैं। इस यात्रा का उद्देश्य पार्टी को बूथ स्तर तक मजबूत करना है। उन्होंने अपने 10 प्रतिशत वोट बैंक का भी जिक्र करते हुए जनता से अपील की कि वे उन्हें एक मौका दें, ताकि वह उनके अधिकारों की रक्षा कर सकें। सहरसा में उनके आगमन पर बलुआहा पुल पर नंदन कुमार के नेतृत्व में पार्टी नेताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। जेसीबी से उन पर फूल बरसाए गए और भारी भीड़ ने उनका उत्साहपूर्वक स्वागत किया। यह आरक्षण यात्रा पूरे बिहार में जारी है और इसे लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में काफी जोश है।