Cyclone Dana:चक्रवाती तूफान ‘दाना’ ने ओडिशा के तट पर दस्तक दे दी है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, तूफान के लैंडफॉल की प्रक्रिया गुरुवार रात से शुरू होकर शुक्रवार सुबह तक जारी रहेगी, जिसमें 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है। एहतियातन सभी समुद्री तटों पर धारा 144 लागू कर दी गई है, और एनडीआरएफ को अलर्ट पर रखा गया है।
तूफान ‘दाना’ के प्रभाव को देखते हुए बिहार और झारखंड में भी अलर्ट जारी किया गया है। बिहार में 26 अक्टूबर तक इसके असर की संभावना है, जिसमें पूर्वी और दक्षिणी भागों में हल्की से मध्यम बारिश और मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है। इस दौरान, कुछ इलाकों में आंधी के साथ हल्की बारिश की संभावना भी बनी हुई है। मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और खराब मौसम के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की है।
तूफान दाना उत्तर-पश्चिम दिशा में तेजी से बढ़ रहा है, हालांकि बिहार पर इसका गहरा प्रभाव नहीं पड़ेगा। ओडिशा के तट पर लैंडफॉल के बाद बिहार के दक्षिण-पूर्वी हिस्सों में आंधी और बारिश हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र ने शुक्रवार के लिए भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर, खगड़िया, बेगूसराय, लखीसराय, शेखपुरा, नवादा, नालंदा, पटना, जहानाबाद, गया, औरंगाबाद, अरवल, भोजपुर, बक्सर, कैमूर, और रोहतास जिलों में अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में ठंडी हवा और बादलों का असर महसूस किया जा रहा है।
ओडिशा में ‘दाना’ तूफान ने कई इलाकों में तेज हवाओं और भारी बारिश से तबाही मचाई है। तूफान के कारण 750 ट्रेनें और लगभग 400 उड़ानें रद्द कर दी गई हैं। बंगाल में तूफान संभावित क्षेत्रों से गुजरने वाली 550 ट्रेनें और ओडिशा में 203 ट्रेनों को रद्द किया गया है, जबकि कोलकाता और भुवनेश्वर हवाई अड्डों से शुक्रवार तक विमान सेवा बंद कर दी गई है।
पटना मौसम केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक सुनील नारायण थूल ने चक्रवाती तूफान ‘दाना’ और खराब मौसम को देखते हुए लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है. उन्होंने बिजली चमकने या गड़गड़ाहट होने की दशा में पक्के घरों में शरण लेने की सलाह दी है. साथ ही इस दौरान पेड़ों के नीचे खड़े होने, खेतों में काम करने से परहेज करने की बात कही है.बिहार और झारखंड में चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के असर को देखते हुए 12 जोड़ी ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं. इसके अलावा कई उड़ानें भी कैंसिल की गई हैं. बता दें कि यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है.