पटना: बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने भारतीय जनता पार्टी के “बंटेंगे तो कटेंगे” के नारे पर तीखा हमला बोला है। तेजस्वी ने इसे “मवालियों की भाषा” करार देते हुए कहा कि भाजपा के नेता देश को विभाजित करने और अमन-चैन को खत्म करने की बातें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर देश एकजुट रहेगा, तभी तरक्की करेगा और महान बनेगा।
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक इंटरव्यू में “बंटेंगे तो कटेंगे” नारे को भाजपा नेताओं की नकारात्मक सोच का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह नारा समाज में जहर फैलाने वाला है, और इसके बजाय “जुटेंगे या जुड़ेंगे” कहना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में शांति और विकास के लिए लोगों को जोड़ने की बात करनी चाहिए। तेजस्वी का कहना है कि भाजपा के पास सकारात्मक दृष्टिकोण की कमी है और एनडीए सरकार ने हिंदुओं के लिए भी कुछ ठोस नहीं किया है। भाजपा नेता शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, और गरीबी जैसे मुद्दों पर बात नहीं करते।
तेजस्वी यादव ने कहा कि तोड़ने, नफरत फैलाने, कटने और बंटने जैसी बातें केवल मवालियों की भाषा है। उन्होंने कहा कि अगर देश टूटेगा, तो सबका नुकसान होगा। बिहार में कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाते हुए तेजस्वी ने कहा कि “जंगलराज” की सही परिभाषा होनी चाहिए। उनके अनुसार, मौजूदा सरकार में अपराध के आंकड़े जंगलराज की ओर इशारा कर रहे हैं, जिसमें बलात्कार, अपहरण, हत्या, और बैंक लूट जैसी घटनाएं अधिक हो रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस अपराधियों को पकड़ने में असफल हो रही है, और अगर उन्हें अदालत तक भी ले जाती है, तो सजा नहीं दिला पाती है, जो सरकार की विफलता को दर्शाता है।