SSC MTS Exam:नीट-2024 की परीक्षा में केंद्र मैनेज कर किए गए फर्जीवाड़े की कहानी कर्मचारी चयन आयोग द्वारा ली जा रही एमटीएस की परीक्षा में भी दोहरा दी गई। फर्जीवाड़े की इस बड़े खेल का केंद्र पूर्णिया रहा। यद्यपि अब अन्य सेंटरों पर ली गई परीक्षा भी संदेह के दायरे में आ गई है। पूर्णिया पुलिस द्वारा एमटीएस की परीक्षा में फर्जीवाड़े का किए गए खुलासे के बाद कई ऐसे तथ्य सामने आए हैं, वह नीट की परीक्षा में हुए फर्जीवाड़े से काफी हद तक मिलते-जुलते हैं। इस खेल में कर्मचारी चयन आयोग के कतिपय अधिकारियों का चेहरा भी बेपर्द हो सकता है। इस रैकेट का मुख्य सरगना कटिहार जिले के रोशन कुमार की तलाश पुलिस ने तेज कर दी है। पूर्णिया एसपी कार्तिकेय के शर्मा की मानिटङ्क्षरग में हुए इस खुलासे से इसका अनुसंधान भी तेज गति से होने की उम्मीद है। एसपी ने बताया कि कार्रवाई में शामिल टीम इस पूरे रैकेट की पहचान भी बहुत हद तक कर चुकी है और अन्य जो भी संभावनाएं हैं, उनकी जांच भी पूरी गंभीरता से कर रही है। जानकारी के अनुसार नीट की तरह ही इस परीक्षा में भी फर्जीवाड़े के लिए फार्म भरने के समय से ही रैकेट सक्रिय हो गया था। इसमें एक बड़े नेटवर्क के जरिए इस तरह के परीक्षार्थियों से संपर्क साध उन्हें पसंदीदा सेंटर भरने के लिए प्रेरित किया गया था। यही कारण था कि नजदीक में केंद्र होने के बावजूद पटना, नालंदा, बक्सर, सिवान व रांची तक के परीक्षार्थियों ने अपने पसंदीदा सेंटर में पूर्णिया का चयन किया था। रैकेट द्वारा इसके लिए पूर्णिया स्थित सेंटर के प्रबंधन को पूर्व में मैनेज कर लिया था।
सेंटर निर्धारित होते ही परीक्षार्थियों से कराया गया था एग्रीमेंट
सेंटर निर्धारित होते ही इन परीक्षार्थियों से रैकेट के सदस्यों द्वारा फिर से संपर्क साधा गया था। साथ ही उन्हें परीक्षा पास कराने की गारंटी दी गई थी। इसके लिए फर्जी व दक्ष परीक्षार्थी मुहैया कराने की भी बात कही गई थी। नीट की तर्ज पर ऐसा किया भी गया। इसके लिए परीक्षार्थियों से एग्रीमेंट भी कराया गया था। इसमें दस-दस लाख रुपये भुगतान की बात थी। इसमें कई परीक्षार्थियों ने काफी फीसद रकम अदा भी कर दी थी , तो कुछ से ब्लैंक चेक तक लिया गया था। संभावना है कि इसके लिए आयोग के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत भी हो सकती है। एसपी ने भी माना कि जिस तरह आयोग की उडऩ दस्ता टीम यहां पहुंची और आधा घंटा की औपचारिक जांच के बाद वापस हो गई, उससे टीम भी शक के दायरे में है। इस रैकेट का नेटवर्क निश्चित रुप से पटना सहित कई अन्य जिलों तक फैला हुआ है। पुलिस फिलहाल गिरफ्तार परीक्षार्थियों से गहन पूछताछ भी की है और पुलिस को इस मामले में कई अहम सुराग भी हाथ लग चुके हैं।
छापेमारी दल ने घंटों बहाया पसीना, होंगे पुरस्कृत
पूर्णिया। परीक्षा केंद्र पर फर्जीवाड़े की सूचना पर पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय के शर्मा द्वारा पुलिस उपाधीक्षक, साइबर क्राइम अनुराग कुमार के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया था। इस टीम ने पूरे मामले का खुलासा करने, फर्जी परीक्षार्थियों सहित रैकेट के सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए खूब पसीना भी बहाया। एसपी ने टीम में शामिल सभी अधिकारियों व पुलिस बलों को पुरस्कृत करने की बात भी कही है। इस टीम में पुलिस उपाधीक्षक के अलावा
सदर थानाध्यक्ष अजय कुमार, मरंगा थानाध्यक्ष रुपक रंजन ङ्क्षसह, साइबर थाना के पुनि नीरज कुमार, गुलाबबाग टीओपी प्रभारी कुंदन कुमार, सदर थाना के पुअनि पूर्णिमा कुमार, सहायक खजांची थानाध्यक्ष पुरुषोत्तम कुमार, भ_ा बाजार टीओपी प्रभारी राहुल कुमार, सदर थाना के पुअनि मंतोष कुमार, सिपाही चंदन कुमार, अजय कुमार, विनोद कुमार पासवान, चालक सिपाही राहुल कुमार ङ्क्षसह, जिला आसूचना इकाई के समस्त सदस्य व जिला बल के अन्य सशस्त्र बल शामिल थे।
पटना, गया व नालंदा समेत कई जिलों के परीक्षार्थी गिरफ्तार
पूर्णिया। पूर्णिया के गुलाबबाग हांसदा रोड स्थित परीक्षा केंद्र से जिन फर्जी व वास्तविक परीक्षार्थियों की गिरफ्तारी हुई है, उनमें पटना, नालंदा, गया समेत कई जिलों के परीक्षार्थी शामिल हैं। एक साथ कुल 35 कर्मचारियों व परीक्षार्थियों की गिरफ्तारी हुई है। इसमें पटना के मनेर थाना क्षेत्र के मंजीत कुमार, अभिषेक कुमार, नालंदा जिले के गिरीयक थानाक्षेत्र के दिवाकर कुमार, नालंदा के मानपुर थाना क्षेत्र के धर्मवीर कुमार, गया जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मनदीप कुमार, नालंदा थाना क्षेत्र के बिहार जिले के अमर कुमार, नालंदा के ही सरमेरा थाना क्षेत्र के विक्रांत कुमार, दीपू कुमार व झारखंड के रांची जिले के धुर्वा थाना क्षेत्र के राजन ङ्क्षसह शामिल हैं। इसी तरह पटना के पंचरुखिया थाना क्षेत्र के अमित कुमार, अरवल जिले के करपी थाना क्षेत्र के दीपक कुमार, नालंदा जिले के बिहारशरीफ थाना क्षेत्र के नीतीश कुमार, सारण जिले के मांझी थाना क्षेत्र के आशीष मिश्र, कटिहार जिले के कोढ़ा थाना क्षेत्र के शंकर कुमार पटेल, पटना के बेउर थाना क्षेत्र के सोनू कुमार, नालंदा जिले के सोहसराय थाना क्षेत्र के बबलू कुमार, पटना जिले के बजरंगपुरी थाना क्षेत्र के प्रियांशु कुमार, रहुई थाना क्षेत्र के विक्की, अररिया जिले के अररिया थाना क्षेत्र के आदित्य कुमार, वैशाली जिले के बेलसर थाना क्षेत्र के रोशन कुमार, लखीसराय जिले के लखीसराय थाना क्षेत्र के कुणाल कुमार, वैशाली जिले के जनदाहा थाना क्षेत्र के रवि रंजन कुमार, सुपौल जिले के पीपरा थाना क्षेत्र के विकास कुमार, वैशाली जिले के महनार थाना क्षेत्र के संदीप कुमार व भोजपुर जिले के चरपोखरी थाना क्षेत्र के मु. तैयब अंसारी सहित अन्य जिलों के परीक्षार्थी शामिल हैं।

