MUMBAI:महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता और मनखुर्द शिवाजी नगर से पार्टी के उम्मीदवार अबू आजमी ने सोमवार को विवादित इस्लामी उपदेशक मुफ्ती सलमान अजहरी से मुलाकात की। इस बैठक में अजहरी ने पैगंबर मोहम्मद का अपमान करने वालों को सजा देने के लिए सख्त कानून बनाने की मांग उठाई।
अबू आजमी ने अजहरी को बताया कि उनके चुनावी घोषणा पत्र में वादा किया गया है कि अगर सपा सत्ता में आई, तो पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ अपशब्द (ईशनिंदा) कहने वालों पर यूएपीए जैसे कड़े कानून लागू किए जाएंगे। बैठक के दौरान दोनों ने यह भी चर्चा की कि मुसलमानों के वोट बंटने से कैसे रोका जाए, ताकि भाजपा को फायदा न हो।मुफ्ती अजहरी ने बैठक में कहा, *”मेरा मिशन नमूस-ए-रसालत (पैगंबर मोहम्मद के सम्मान की रक्षा) है। मैं चाहता हूं कि कोई भी पैगंबर पर उंगली उठाने या गुस्ताखी करने की हिम्मत न करे। अगर आप (अबू आजमी) चुनाव जीतते हैं, तो मुझे आश्वासन दें कि आप इस दिशा में क्या करेंगे।
इसके जवाब में अबू आजमी ने कहा, *”मैंने सरकार से सौ बार मांग की है कि पैगंबर का अपमान करने वालों पर 153ए जैसे कमजोर कानून नहीं, बल्कि यूएपीए जैसा सख्त कानून लागू किया जाए। यह एक बड़ा आतंकवादी कृत्य है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।”*
अबू आजमी ने इस बैठक का वीडियो सोशल मीडिया मंच *एक्स* (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किया। उन्होंने लिखा, *”आज मुफ्ती सलमान अजहरी से विशेष मुलाकात हुई, जिसमें गोवांडी के मुद्दों पर चर्चा की गई। नमूस-ए-रसालत हमारा मिशन है। हमारी मांग है कि जो कोई भी पैगंबर का अपमान करे, उसके खिलाफ आतंकवाद रोधी कानून बनाया जाए। जब तक यह कानून नहीं बनता, हम चैन से नहीं बैठेंगे।”*
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता किरीट सोमैया ने इस मुलाकात पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, *”महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के नेता अबू आजमी और विवादित मौलाना सलमान अजहरी से मुलाकात कर रहे हैं, जिन पर हिंदुओं के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने के आरोप हैं। यह वही मानसिकता है जो कांग्रेस के राहुल गांधी और उद्धव ठाकरे के नेताओं ने मौलाना सज्जाद नोमानी के सामने दिखाई थी। मुसलमानों के वोट के लिए ‘वोट जिहाद जिंदाबाद’ अब इनका नया नारा बन गया है।”चुनाव के नजदीक आने के साथ ही यह मुद्दा राजनीतिक दलों के बीच नई बहस को जन्म दे रहा है।