**पटना: बिहार में स्मार्ट मीटर को लेकर लगातार सियासत और चर्चाएं हो रही हैं। आम लोगों के बीच यह धारणा बन रही है कि स्मार्ट मीटर से समस्याएं बढ़ रही हैं, जिससे सरकार को इसके प्रति जागरूकता फैलाने की जरूरत महसूस हो रही है।
बिजली विभाग की लापरवाही
स्मार्ट मीटर और बिजली विभाग की लापरवाही के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं। ऐसा ही एक मामला पटना के आशियाना नगर में हुआ, जहां बिजली विभाग ने शिखा कुमारी नाम की उपभोक्ता को 6 करोड़ रुपये का बकाया बिल भेज दिया।
6 करोड़ का बिल और कनेक्शन कटने की घटना
शिखा कुमारी का बिजली कनेक्शन अचानक काट दिया गया। जब उन्होंने बिजली बिल का विवरण एप के जरिए देखा, तो पता चला कि उनके नाम पर 6 करोड़ रुपये का बकाया दर्ज था।
बिजली विभाग में शिकायत
शिखा कुमारी ने आशियाना नगर स्थित बिजली कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई। जांच के बाद अधिकारियों ने बिजली कनेक्शन चालू कर दिया, लेकिन एप पर अब भी 6 करोड़ का बकाया दिखा रहा था।
तीन किलोवाट का कनेक्शन और सामान्य खपत
शिखा कुमारी का घर 3 किलोवाट लोड पर चल रहा है, जिसमें एक पंखा, एक बल्ब, एक फ्रिज, और एक गीजर है। सितंबर तक उनका औसतन मासिक बिल 5000 रुपये था।
गलत डेटा फीडिंग का मामला
बिजली विभाग के जीएम श्रीराम सिंह ने बताया कि शिखा कुमारी का वास्तविक बकाया केवल 14,000 रुपये था। गलत डेटा एंट्री के कारण यह समस्या हुई। विभाग की तकनीकी टीम ने गलती को सुधार दिया है।
भविष्य में सतर्कता का आश्वासन
जीएम ने बताया कि स्मार्ट मीटर लगाने के दौरान पुराने बकाये की जानकारी सॉफ्टवेयर में फीड की जाती है। इसी प्रक्रिया में गलत एंट्री हुई थी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि आगे से इस तरह की गलतियां न हो, इसके लिए टीम को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
शिखा कुमारी के कनेक्शन को तीन घंटे के भीतर बहाल कर दिया गया, लेकिन यह घटना बिजली विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाती है।