नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुंगेर में कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम के दौरान एक बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि अगर महागठबंधन की सरकार बिहार में बनी, तो राज्य की जनता को 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली दी जाएगी। तेजस्वी यादव ने राज्य सरकार से भी इस दिशा में कदम उठाने की मांग की, और यह कहा कि बिहार में देश की सबसे महंगी बिजली मिल रही है, जिससे आम जनता की जेब पर भारी बोझ पड़ रहा है।
तेजस्वी यादव ने यह भी स्पष्ट किया कि कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेना और संगठन को मजबूत करना है। मुंगेर प्रमंडल पर विशेष ध्यान देते हुए उन्होंने बताया कि वह सभी जिलों का दौरा करेंगे और समस्याओं का संग्रहण करेंगे, जो आगामी चुनावी घोषणा पत्र का हिस्सा बनेंगी।
बिजली बिल और भूमि सर्वेक्षण को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर उनकी सरकार बनी, तो हर परिवार को 200 यूनिट मुफ्त बिजली दी जाएगी। इसके साथ ही, उन्होंने अपने पिछले कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा कि 17 महीने के कार्यकाल में पांच लाख नौकरियों का वादा पूरा किया गया था, और साढ़े तीन लाख नौकरियों की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी थी, लेकिन सत्ता बदलने के कारण यह अधूरी रह गई।
तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री की यात्रा को ‘फिजूलखर्ची’ करार देते हुए कहा कि इस यात्रा पर 200-250 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं, जिसका हिसाब जनता को दिया जाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि इस यात्रा के माध्यम से अधिकारियों को “लूट की छूट” दी गई है। इसके अलावा, उन्होंने केंद्र सरकार से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की भी मांग की।
तेजस्वी यादव ने बिहार में परीक्षा लीक होने की घटनाओं पर चिंता जताई और कहा कि सरकार इन मुद्दों पर जवाबदेह नहीं है। उन्होंने भाजपा पर जातिगत गणना और आरक्षण विरोधी रुख अपनाने का आरोप भी लगाया। तेजस्वी ने कहा कि बिहार में सरकार नाम की कोई चीज नहीं है, मुख्यमंत्री केवल “मुखौटा” हैं, और असल में अधिकारी ही सरकार चला रहे हैं।
इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश नारायण यादव, विधान पार्षद अजय कुमार सिंह और अन्य राजद कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।