गुवाहाटी: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के मंत्रिमंडल में शनिवार को फेरबदल किया गया, जिसमें चार नए मंत्रियों ने शपथ ली। श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में आयोजित इस समारोह में राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य ने प्रशांत फुकन, रूपेश गोवाला, कृष्णेंदु पाल, और कौशिक रॉय को मंत्री पद की शपथ दिलाई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा भी उपस्थित थे।
प्रशांत फुकन की यात्रा:
प्रशांत फुकन, जो 2006 से डिब्रूगढ़ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक हैं, लंबे समय से अपनी सक्रियता और मुखरता के लिए जाने जाते हैं। 70 वर्षीय प्रशांत फुकन ने कांग्रेस के शासनकाल में भाजपा का प्रतिनिधित्व करते हुए अपनी मजबूत पहचान बनाई थी। हालांकि, 2016 और 2021 में भाजपा के सत्ता में आने के बावजूद उन्हें मंत्री पद नहीं दिया गया था। अंततः, लंबे इंतजार के बाद मुख्यमंत्री ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल में स्थान दिया।
बराक घाटी का प्रतिनिधित्व:
बराक घाटी, जो बंगाली भाषी समुदाय का गढ़ है, को भी इस फेरबदल में ध्यान में रखा गया। पहले यह प्रतिनिधित्व परिमल शुक्ला बैद्य के पास था, जो अब सिलचर से सांसद बनकर दिल्ली चले गए हैं। इसके चलते पथरकंडी विधायक कृष्णेंदु पाल और लखीपुर विधायक कौशिक रॉय को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। कृष्णेंदु पाल 2016 और 2021 में पथरकंडी से विधायक चुने गए थे, जबकि कौशिक रॉय ने 2021 में लखीपुर से अपनी पहली जीत दर्ज की।
चाय जनजाति का प्रतिनिधित्व:
फेरबदल में चाय समुदाय को भी साधने की कोशिश की गई। संजय किशन, जो डूमडूमा से विधायक और मंत्री थे, ने हाल ही में इस्तीफा दिया। उनकी जगह चाय जनजाति से आने वाले रूपेश गोवाला को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। यह कदम भाजपा की 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले चाय जनजाति, अहोम, और बंगाली समुदायों को जोड़ने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि 7 दिसंबर को उनके मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। अब इस फेरबदल के बाद भाजपा ने अपने वरिष्ठ विधायकों और प्रमुख समुदायों को संतुष्ट करने की दिशा में कदम बढ़ाया है।