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मुस्लिम बुद्धिजीवियों के प्रतिनिधिमंडल की नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाकात

मुस्लिम बुद्धिजीवियों के प्रतिनिधिमंडल की नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाकात

बेगुसराय:कार्यकर्ताओं से मुलाकात एवं चर्चा कार्यक्रम के तहत बेगूसराय आये नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से बेगूसराय के मुस्लिम बुद्धिजीवियों के एक प्रतिनिधि प्रतिनिधिमंडल ने विशेष मुलाकात की और उन्हें बेगूसराय की जनसमस्याओं से अवगत कराया. इसके अलावा उन्होंने बिहार सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण आम लोगों में व्याप्त अशांति के बारे में भी उन्हें जानकारी दी. तेजस्वी यादव ने प्रतिनिधिमंडल की बात को गंभीरता से सुना और इसके समाधान के लिए हरसंभव प्रयास करने का आश्वासन दिया. तेजस्वी यादव ने प्रतिनिधिमंडल के मिशन और धर्म-जाति से ऊपर उठकर हर वर्ग का प्रतिनिधित्व करने की भावना की सराहना करते हुए कहा कि जिस समाज में ऐसे जिंदादिल और बुद्धिमान लोग हों, उस समाज को कोई बांट नहीं सकता और न ही लंबे समय तक बांट सकता है न ही मूर्ख बना सकता है।

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने प्रतिनिधिमंडल के द्वारा जनहित में दिए गए सुझाव को लागू करने के लिए राज्य और केंद्र सरकार पर दबाव डालने और आगामी विधानसभा चुनाव में इन सुझाव को अपनी पार्टी के घोषणा पत्र में शामिल करने का वादा किया।
ज्ञात हो कि प्रतिनिधिमंडल ने जहां राज्य में बढ़ते अपराध, भ्रष्टाचार और सरकारी कर्मियों के रिश्वतखोरी पर चिंता व्यक्त की, वहीं प्रतिनिधिमंडल के नेता प्रोफेसर सैयद इरशाद अनवर ने विपक्षी नेता से कहा कि आसमान छूती महंगाई के इस दौर में सरकारी स्तर पर वृद्धावस्था पेंशन की राशि गरीबों के जीवनयापन के लिए अपर्याप्त है इसे बढ़ाने पर विचार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्मार्ट मीटर के प्रति जनता में बेचैनी चरम पर है, लेकिन नीतीश कुमार की सरकार लगातार इस मामले में लापरवाह और गैर गंभीर रवैया अपना रही है, उन्होंने राज्य के अस्पतालों की बिगड़ती स्थिति और मरीजों को हो रही परेशानियों पर चर्चा की. अस्पतालों में नि:शुल्क दवाओं में व्याप्त अनियमितताओं को दूर करने की मांग की।

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मुस्लिम बुद्धिजीवियों के प्रतिनिधिमंडल की नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाकात

संयुक्त प्रतिनिधिमंडल में शामिल डॉ. एम.एस. हैदर ने बिहार सरकार में अल्पसंख्यक सरकारी संस्थानों की कमेटियों का गठन नहीं होने पर चिंता व्यक्त की. प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता मुहम्मद शाहिद उर्फ ​​राजू ने कहा कि बिहार राज्य मदरसा बोर्ड की कमेटी लंबे समय से भंग है. इससे मदरसा में पढ़ने वाले छात्रों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा है. त्रासदी यह है कि मदरसा बोर्ड में शिक्षकों की बहाली कई वर्षों से बंद रहने के कारण कई मदरसों की हालत यह है कि अब वहां एक या दो शिक्षक ही बचे हैं. उन्होंने 2459+1 श्रेणी के मदरसा शिक्षकों की समस्याओं के बारे में बात करते हुए कहा कि इन मदरसा की जाँच ख़त्म होने के बाद भी शिक्षकों को बिहार सरकार के बार-बार वादे के बावजूद वेतन की उपलब्धता नहीं करायी गयी है.जो किसी भी स्थिति में उचित नहीं है। प्रतिनिधिमंडल ने राज्य और राष्ट्रीय मुद्दों को विपक्षी नेता के सामने रखा और उन्हें आश्वस्त किया कि अब बिहार की जनता किसी के बहकावे में आने वाली नहीं है, यहां की जनता ने तय कर लिया है कि जो पार्टी जनता के साथ खड़ी होगी,ऐसे पार्टी को मजबूत करने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेगी। प्रतिनिधिमंडल में डॉ. मिस्बाह नदीम, शाहनवाज रहमानी, मुबश्शिर आलम, मुहम्मद जावेद, नाहिद खान, निशात आलम शामिल थे।

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