BIHAR TEACHER NEWS :बिहार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव (ACS) एस. सिद्धार्थ के नए आदेश ने सरकारी स्कूलों के शिक्षकों में हलचल मचा दी है। एस. सिद्धार्थ अब प्रतिदिन वीडियो कॉल के माध्यम से राज्य के 10 स्कूलों का निरीक्षण कर रहे हैं। इसी क्रम में आज, तीसरे दिन, उन्होंने मधुबनी के एक मुशहरी प्राथमिक विद्यालय में वीडियो कॉल के जरिए स्थिति का जायजा लिया, जहां चौंकाने वाले हालात सामने आए।
मधुबनी के इस विद्यालय का निरीक्षण करते समय ACS ने पाया कि स्कूल में कई बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी है। बच्चों के बैठने के लिए न तो बेंच-डेस्क की व्यवस्था थी और न ही पढ़ाने के लिए पर्याप्त शिक्षक मौजूद थे।
वीडियो कॉल के दौरान ACS ने टोला सेवक से पूछा, “आप इस समय कहां हैं?” टोला सेवक ने जवाब दिया, “सर, मैं स्कूल में ही हूं।” इसके बाद ACS ने उनसे स्कूल का लाइव वीडियो दिखाने को कहा। वीडियो में दिखा कि बच्चे फर्श पर बोरियां बिछाकर बैठ रहे थे, और स्कूल में न बेंच-डेस्क थे, न ही कक्षा का उचित माहौल।
ACS ने टोला सेवक से सवाल किया, “क्या यहां बेंच-डेस्क की व्यवस्था नहीं है?” इस पर टोला सेवक ने कहा, “नहीं सर, यहां हमें बेंच-डेस्क नहीं मिले हैं।” फिर ACS ने पूछा, “यहां कितने क्लासरूम हैं?” जवाब मिला, “सर, दो क्लासरूम हैं, और दोनों की स्थिति एक जैसी है।”
इसके बाद ACS ने विद्यालय के शिक्षकों की संख्या पूछी। टोला सेवक ने बताया कि स्कूल में कुल 6 शिक्षक हैं, लेकिन वर्तमान में केवल एक शिक्षक और वह खुद मौजूद हैं। बाकी शिक्षक मोतिहारी गए हुए हैं। जब ACS ने उस एकमात्र शिक्षक से बात कराने को कहा, तो टोला सेवक ने बताया कि वह अभी स्कूल समय में सब्जी लेने गए हैं।
यह सुनकर ACS ने सवाल किया, “स्कूल समय में सब्जी लेने जाना क्या सही है?” हालांकि, इस सवाल का कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। इसके अलावा ACS ने विद्यालय से जुड़ी अन्य व्यवस्थाओं को लेकर भी कई सवाल किए और स्थिति पर गहरी नाराजगी जताई।
इस निरीक्षण ने स्कूल की बदहाल स्थिति और शिक्षकों की गैरजिम्मेदारी को उजागर किया, जिससे शिक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।