पटना- ऐ बिहार की धरती तुझपर सौ जीवन कुर्बान है –हाँ हैं बिहारी यही हमारी पहचान है – गाँधी मैदान , पटना में आयोजित सरस मेला में गुंजायमान यह गीत सशक्त बिहार एवं विकसित बिहार की परिकल्पना को साकार कर रहा है l सरस मेला परिसर में सशक्त महिला ,सशक्त बिहार एवं सशक्त भारतीय संस्कृति ,परंपरा एवं हुनर को परिलक्षित कर रहा हैं l जहाँ देश भर से आई 300 से अधिक महिला उद्यमी लगभग 200 एवं स्वरोजगारी ग्रामीण विकास की गाथा दिखा एवं सुना रहे हैं l शनिवार को 50 हजार से अधिक लोग मेला में आये lबिहार सरस मेला ग्रामीण विकास विभाग के तत्वाधान में जीविका द्वारा 26 दिसंबर 24 तक आयोजित है l सरस मेला में ग्रामीण हस्तशिल्प को प्रोत्साहन एवं बड़ा बाज़ार दिया गया है ताकि ग्रामीण परिवेश से आने वाली स्वयं सहायता से जुडी महिलाएं अपने अपने प्रदेश के शिल्प को प्रदर्शित एवं बिक्री कर रही हैं l सरस मेला में खरीद-बिक्री के आंकड़ों में उत्तरोत्तर वृद्धि हो रही है l
बर्गर और पिज्जा के दौर महिलाएं देशी व्यंजनों को भी आगंतुकों के लिए परोस रही हैं l सरस मेला में खरीददारी के बाद आगंतुक देशी व्यंजनों का लुत्फ़ उठा रहे हैं l लिट्टी, सोवा का खीर , मक्के की रोटी, बाजरा की रोटी और सरसों की साग के स्टॉल पर कतार लग रही है l खगड़िया से आई श्रीमती सुनीता देवी सोवा का खीर , मक्के की रोटी, बाजरा की रोटी और सरसों का साग बना और बेच रही हैं l इनके द्वारा निर्मित पेढा की भी बड़ी मांग है l खगड़िया के चौथम प्रखंड में गठित आन्नद जीविका महिला दुग्ध उत्पादक समूह की सचिव सुनीता देवी बताती हैं कि पिज्जा, वर्गर और चाउमीन के इस दौर में लोगों को स्वास्थ्य एवं पोषण के दृष्टिकोण से जागरूक करने एवं देशी तथा पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से वो चने की साग, मक्के की रोटी, बाजरे की रोटी , शुद्ध घी के पेढ़ा आदि सीगंतुकों को रूबरू करा रही हैं l इस कार्य के लिए उन्हें जीविका सेसह्योग एवं मार्गदर्शन मिला है l सुनीता देवी कोसी जीविका महिला स्वयं सहायता समूह से भी जुडी हैं l देशी व्यंजनों की बिक्री से वो मेला में प्रतिदिन 20 से 22 हजार रूपया कमा रही हैं l वो बताती हैं कि जीविका के माध्यम से स्वरोजगार को बढ़ावा मिला है l सरस मेला में आकर काफी खुश हैं l इनके साथ इनके पति भी स्टॉल से खरीद-बिक्री में सहयोग कर रहे हैं l फ़ूड जोन में दीदी की रसोई समेत अन्य स्टाल भी देशी व्यंजन उपलब्ध करा रहे हैं l
फन जोन में बच्चे-बच्चियां झूले,घोडा गाडी का आनंद उठा रहे हैं l सेल्फी ज़ोन में हरु उम्र यादों को तस्वीर में संजो रहे हैं l पालना घर मेंछोटे-छोटे बच्चों को सौपकर लोग मेला में घूम रहे हैं, खरीददारी कर रहे हैं और लौटते वक्त बच्चों को साथ ले जा रहे हैं l सरस मेला परिसर में सुसज्जित विभिन्न विभागीय एवं बैंको के स्टॉल से आगंतुक सरकारी योजनाओ से लाभान्वित हो रहे हैं l फटे-पुराने नोट बदलने से लेकर खेत-खतिहान, नक्शा की जानकारी, विभिन्न प्रकार की बीमा की जानकारी, आधार कार्ड , मवेशी पालन और खेती समेत कई प्रकार की जानकारियाँ उपलब्ध कराई जा रही है l
मुख्य सांस्कृतिक मंच पर नगर निगम, पटना द्वारा सरस मेला की एक शाम स्वच्छता गीतों के नाम कार्यक्रम का आयोजन किया गया l इस कार्यक्रम के तहत जीरो वेस्ट प्रबंधन सरस मेला को प्रदर्शित किया गया l स्वच्छता पर आधारित गीत एवं नृत्यों की प्रस्तुति की गई l इस दौरान नगर निगम के अधिकारी और कई गणमान्य अतिथि भी उपस्थित रहे l मंच संचालन स्वेता भाष्कर ने किया l
सेमिनार हाल में सामाजिक विकास विधा, जीविका द्वारा महिला सशक्तिकरण पर आधारित फिल्म लापता लेडिज महिलाओं को दिखाई गई l अक्षत इवेंट इंटरतेंमेंट द्वारा नाटक, मैजिक शो , लोक गीत एवं लोक नृत्य की प्रस्तुति की गई l बिहार गाथा पर लोक कलाकारों ने लोक नृत्य प्रस्तुत की l जट-जटीन , झिझिया , झूमर आदि की प्रस्तुति ने दर्शकों को झुमाया l कलाकारों में राधा, प्रियंका, सलोनी,मधुमिता आदि रही l मंच संचालन गुलाम सिमनानी ने किया l